रक्षा मंत्रालय ने आज लगभग 65 हजार करोड़ रुपये की लागत से भारतीय वायु सेना के लिए 97 हल्के लड़ाकू विमान मार्क 1ए लड़ाकू जेट खरीदने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। रक्षा अधिग्रहण परिषद द्वारा 156 एलसीएच प्रचंड हेलिकॉप्टर खरीदने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई है।
आज हुई DAC की बैठक में 84 Su-30MKI लड़ाकू विमानों के अपग्रेड प्लान को भी मंजूरी दे दी गई है। रक्षा अधिकारियों ने कहा कि ये प्रस्ताव 1.6 लाख करोड़ रुपये के हैं और स्वदेशी परियोजनाएं हैं।
तेजस LCA विमान का पहला संस्करण 2016 में IAF में शामिल किया गया था। वर्तमान में IAF के दो स्क्वाड्रन LCA तेजस के साथ पूरी तरह से परिचालन में हैं। तेजस आने वाले वर्षों में भारतीय वायु सेना द्वारा संचालित किया जाने वाला लड़ाकू विमानों का सबसे बड़ा बेड़ा होगा।
रक्षा मंत्रालय के एक हालिया बयान में कहा गया है कि 83 एलसीए एमके 1ए विमानों की डिलीवरी के लिए 36,468 करोड़ रुपये का ऑर्डर एचएएल को दिया गया है और डिलीवरी फरवरी 2024 तक शुरू होने वाली है।
पिछले हफ्ते पीएम मोदी ने बेंगलुरु के एयरक्राफ्ट सिस्टम टेस्टिंग एस्टैब्लिशमेंट से तेजस में उड़ान भरी थी। 30 मिनट की उड़ान के दौरान पीएम को लड़ाकू विमान तेजस की क्षमताओं का प्रदर्शन किया गया।