ED ने अतीक अहमद के कई ठिकानों पर छापेमारी की. एक तरफ तो अतीक पर न्यायपालिका कार्यवाही कर रही है,अतीक को उमेश पाल हत्या के मामले में पेश करने के लिए प्रयागराज लाया जा रहा है. वहीं अतीक के कई ठिकानों पर ED भी कड़ी कार्यवाही कर रही है. प्रदेश में आतंक का फैलाने वाला अतीक अब खुद योगी सरकार और ED से आतंकित नजर आ रहा है.
बताया जा रहा है कि अतीक के करीब 15 ठिकानों पर ED ने छापा मारा है. ED ने ये छापा अतीक के रिश्तेदार खालिद जफर और अतीक के सजायाफ्ता वकील शौलत हनीफ खान और इसके सहयोगी असद, वदूद अहमद काली, मोहसिन, सीए आसिफ जाफरी, सीताराम शुक्ला और रियल इस्टेट कारोबारी संजीव अग्रवाल और दीपक भार्गव के घरों और ठिकानों पर मारा है.
ED ने अपने छापे के दौरान 75 लाख रूपये भी बरामद किए हैं. ईडी ने कुछ बैंक एकाउंट और शेल एंट्री भी बरामद की हैै. ईडी को शक है कि इनके माध्यम से अतीक ने फिरौती, कब्जे और अपनी अपराध गतिविधियों से पैसे वसूले हैं. साथ ही ED ने करीब 100 प्रॉप्रटी के कागज भी बरामद किए है जो अतीक या अतीक के करीबियों और उनकी फर्म के नाम पर है. इसे अतीक अहमद की बेनामी प्रॉप्रटी कहा जा रहा है, और इसकी कीमत कई करोड़ों में आंकी जा रही है. ऐसा लग रहा है कि अतीक ने ये प्रॉप्रटी जबरदस्ती अपने खौफ से अपने नाम कराई है.
अतीक के ऊपर 100 से ज्यादा अपराधिक मामले चल रहे हैं और अतीक के नाम कई बेनामी संपत्तियों के होने की आशंका है. जिस अतीक के खिलाफ कोई गवाही देने को तैयार नहीं होता था सोचिए जब अतीक किसी विवादित प्रॉप्रटी या किसी भी प्रॉप्रटी को लेना चाहता होगा तो कौन अतीक के खिलाफ जाता होगा क्योंकि जब जान है तब जहान है और जिंदा है तो प्रॉप्रटी है. अतीक जिसे भी जहां कहता होगा वो वहां आकर प्रॉप्रटी के पेपर पर साइन कर देता होगा. अतीक पर न्यायपालिका और यूपी सरकार की कार्यवाही से जनता में बड़ी खुशी है अतीक से पीड़ित लोग भी इस कार्यवाही से बड़े खुश होेगे.