Defense Minister Rajnath Singh at Maha Kumbh 2025: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ पहुंचे। जहां उन्होंने छठे दिन त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाई। डुबकी लगाने के बाद राजनाथ ने पवित्र गंगा, यमुना और रहस्यमयी सरस्वती नदियों के संगम पर पूजा-अर्चना की। रक्षा मंत्री के साथ भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी और पार्टी के अन्य नेता भी मौजूद थे।
राजनाथ सिंह ने एक्स पर दी जानकारी
इससे पहले राजनाथ सिंह ने एक्स पर पोस्ट किया, “आज, 18 जनवरी को मैं महाकुंभ 2025 में भाग लेने के लिए प्रयागराज में रहूंगा। महाकुंभ भारत की समृद्ध आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत का उत्सव है। इस पवित्र संगम में शामिल होने के लिए उत्सुक हूं।”
Today, 18th January, I shall be in Prayagraj to participate in Mahakumbh 2025. The Mahakumbh is a celebration of India’s rich spiritual and cultural heritage. Looking forward to join this holy confluence.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) January 18, 2025
छठे दिन 10 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने लगाई डुबकी
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, शनिवार को सुबह 10 बजे तक 1.98 मिलियन से अधिक तीर्थयात्री महाकुंभ मेले में आए। आंकड़ों के अनुसार, महाकुंभ मेले के छठे दिन 10 लाख से अधिक कल्पवासियों और 9.84 लाख तीर्थयात्रियों ने त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई।
आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार 17 जनवरी तक 73 मिलियन से अधिक तीर्थयात्री महाकुंभ मेले में आ चुके हैं। महाकुंभ मेले में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है और इस आयोजन में कुछ उल्लेखनीय नाम भाग ले रहे हैं।
विदेशी भक्त भी ले रहे बढ़ चढ़कर हिस्सा
भारतीय और विदेशी दोनों भक्तों ने खुद को पवित्र परंपरा में डुबो दिया, जिससे दुनिया की सबसे बड़ी आध्यात्मिक सभा में योगदान मिला। त्रिवेणी संगम के आसपास का माहौल भक्ति से भर गया क्योंकि विदेशी तीर्थयात्री मेले की आध्यात्मिक ऊर्जा में शामिल हुए
सभी वर्गो के लोग रहे आस्था की डुबकी
संगम पर देश भर से करोड़ों तीर्थयात्री, विभिन्न जातियों, वर्गों और भाषाओं का प्रतिनिधित्व करते हुए, कल्पवास की सदियों पुरानी परंपरा में भाग ले रहे हैं। अमीर हो या गरीब, व्यापारी हो या अधिकारी, पुरुष हो या महिला या ट्रांसजेंडर व्यक्ति, हर कोई अपने मतभेदों को भूलकर भक्ति की भावना में एकजुट होकर संगम में पवित्र डुबकी लगाता है।
महाकुंभ की शुरुआत 13 जनवरी को हुई थी। अगली प्रमुख स्नान तिथियों में 29 जनवरी (मौनी अमावस्या – दूसरा शाही स्नान), 3 फरवरी (बसंत पंचमी – तीसरा शाही स्नान), 12 फरवरी (माघी पूर्णिमा) और 26 फरवरी (महा शिवरात्रि) शामिल हैं।