Father’s Day 2024: पिता को जीवन का आधार कहा गया है। इसी बात का अर्थ समझाने के लिए भारत में जून महीने के तीसरे रविवार को ‘फादर्स डे’ मनाया जाता है। जीवन में माता-पिता का कर्ज तो कोई चुका नहीं सकता है, लेकिन अमेरिका की रहने वाली एक लड़की सोनोरा स्मार्ट डोड की ओर से पेश किए गए इस दिन को सेलिब्रेट करने के पीछे बेहद खास वजह छिपी है।
‘फादर्स डे’
पहली बार ‘फादर्स डे’ वाशिंगटन के स्पोकेन शहर में मनाया गया था, जिसका प्रस्ताव सोनोरा स्मार्ट डॉड ने दिया था। दरअसल, सोनोरा की मां नहीं थीं और उनके पिता ने ही पांच अन्य भाई-बहनों के साथ सोनोरा को मां और बाप दोनों का प्यार दिया था। बच्चों के पालन-पोषण से लेकर उनके प्रति प्यार, त्याग और समर्पण देकर सोनोरा ने मां के लिए मनाए जाने वाले दिन यानी ‘मदर्स डे’ की तरह ही पिता के प्रति प्रेम और स्नेह जाहिर करने के लिए इस दिन को मनाने की शुरुआत की।
फादर्स डे का इतिहास
सोनोरा ने सोचा कि मां की तरह कम से कम एक दिन पिता के लिए भी जरूर होना चाहिए। सोनोरा के पिता का जन्मदिन जून में पड़ता था। ऐसे में, उन्होंने जून में इस फादर्स डे को मनाने की याचिका दायर की। फाइनली उनकी यह मांग पूरी हुई और 19 जून 1910 को पहला ‘फादर्स डे’ मनाया गया। 1966 में राष्ट्रपति लिंडन जॉनसन ने फादर्स डे को जून के तीसरे संडे को मनाने का ऐलान किया था। आगे चलकर इसे पूरे संयुक्त राज्य अमेरिका में मान्यता मिली और 1972 में इसे अवकाश भी घोषित कर दिया गया।
अलग-अलग दिन सेलिब्रेट किया जाता है ‘फादर्स डे’
स्पेन, क्रोएशिया, इटली में ये दिन 19 मार्च को सेलिब्रेट किया जाता है। खैर पिता कभी अपनी भावनाओं को व्यक्त नहीं करते हैं, वो मां की तरह कभी भी बच्चों को दुलराते नहीं हैं लेकिन पिता वो वटवृक्ष है, जिसकी छाया में, हर बच्चा पूरी तरह से सुरक्षित होता है।