देश के कुछ हिस्सों में सामान्य से अधिक तापमान और गर्मी के लहरों के पूर्वानुमान के बाद, चुनाव आयोग ने सोमवार को मौसम विभाग के अधिकारियों सहित विभिन्न हितधारकों के साथ बैठक की।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार, चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू के साथ बैठक में भारतीय मौसम विभाग, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अधिकारी शामिल हुए थे। बैठक में लोकसभा चुनाव के दौरान लू से होने वाले खतरे को कम करने के उपायों पर चर्चा की गई। देश में सात चरणों में होने वाले लोकसभा चुनाव के छह चरण अभी बाकी हैं।
पीएम मोदी पहले कर चुके हैं बैठक
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि आईएमडी भारत के चुनाव आयोग के साथ लगातार संपर्क में है। हम चुनाव को उन स्थानों के बारे में इनपुट और पूर्वानुमान प्रदान कर रहे हैं जहां विभिन्न चरणों में चुनाव होने वाले हैं। इससे पहले 11 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगामी गर्मी के मौसम की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की थी।
प्रधानमंत्री को आगामी गर्म मौसम के पूर्वानुमान सहित अप्रैल से जून 2024 की अवधि के लिए तापमान दृष्टिकोण के बारे में जानकारी दी गई थी। मध्य भारत और पश्चिमी भारत में आवश्यक दवाओं, तरल पदार्थ, आइस पैक, ओआरएस और पीने के पानी के संदर्भ में स्वास्थ्य क्षेत्र में तैयारियों की समीक्षा की गई थी।
आईएमडी ने 2024 के गर्म मौसम (अप्रैल से जून) के लिए एक अद्यतन मौसमी आउटलुक जारी किया था। इस आउटलुक में देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिकतम तापमान रहने की संभावना जताई गई है।
सामान्य से अधिक तापमान की संभावना
मीडिया से बात करते हुए आईएमडी ने कहा कि इस बार के गर्म मौसम के दौरान पश्चिमी हिमालय क्षेत्र, पूर्वोत्तर राज्यों और उत्तरी ओडिशा के कुछ हिस्सों में सामान्य से अधिकतम तापमान होने की संभावना है। हीटवेव के प्रभाव के बारे में बताते हुए कहा कि हीटवेव के दौरान उच्च तापमान ज्यादा जोखिम पैदा कर सकता है।