मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में एक महान व्यक्तित्व सरदार वल्लभभाई पटेल की मूर्ति स्थापित करने और हटाने के मामले में अब तक बाईस लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
गुरुवार को जिले के माकड़ोन पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में कृषि उपज मंडी के पास प्रतिष्ठित व्यक्तित्व की एक मूर्ति की स्थापना और हटाने की घटना हुई थी। पुलिस अधीक्षक (SP) सचिन शर्मा ने कहा ”माकड़ोन थाना अंतर्गत एक घटना सामने आई थी जहां एक महान शख्सियत की मूर्ति स्थापित की गई थी, जो नियमों के खिलाफ थी और जिस तरह से इसे वहां से हटाया गया वह भी कानून के खिलाफ था। इसलिए इस मामले में तीन केस दर्ज किए गए और इस मामले में चिन्हित आरोपियों की लगातार गिरफ्तारी की जा रही है।”
एसपी शर्मा ने कहा “पहला मामला उस सरकारी कर्मचारी के खिलाफ था जिसने ड्यूटी के दौरान बाधा उत्पन्न की थी। दूसरे मामले में 16 आरोपियों की पहचान की गई जिन्हें शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया और तीसरे मामले में छह लोगों की पहचान की गई, खासकर उन लोगों को हिरासत में लिया गया जिन्होंने मूर्ति को बाधित किया था। अब तक हिरासत में हैं और उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।”
एसपी शर्मा ने कहा कि स्थिति अब बिल्कुल सामान्य है, झड़प की घटना के दो घंटे के भीतर बाजार सुचारू रूप से काम करने लगे और कहीं भी दोबारा ऐसी स्थिति उत्पन्न नहीं हुई है।
गौरतलब है कि गुरुवार की सुबह एक गुट के लोगों द्वारा कृषि उपज मंडी के पास स्थापित महान विभूति सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा को दूसरे गुट ने हटा दिया था जिसके बाद जिले में झड़प हो गयी थी। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों से बातचीत की।
इससे पहले अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गुरु प्रसाद पाराशर ने कहा कि माकड़ोन पुलिस स्टेशन के एक उप निरीक्षक लालचंद शर्मा को घटना में चोटें आईं और प्रथम दृष्टया, माकड़ोन थाना प्रभारी भीम सिंह देवड़ा को गंभीर लापरवाही के लिए निलंबित कर दिया गया।