भारत के पहले रक्षा प्रमुख जनरल बिपिनसिंह रावत की आज पुण्यतिथि है। 8 दिसंबर 2021 को नीलगिरि जिले के कुन्नूर में एक हैलिकॉप्टर दुर्घटना में 63 वर्ष की आयु में जनरल रावत का निधन हो गया।
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने देश के प्रथम CDS ‘पद्म विभूषण’ जनरल बिपिन रावत को पुण्यतिथि पर श्रद्धाजंलि अर्पित की। सीएम योगी ने एक्य पर पोस्य करते हुए कहा ‘’ माँ भारती के परम उपासक, देश के प्रथम CDS ‘पद्म विभूषण’ जनरल बिपिन रावत की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि!‘’
बिपिन लक्ष्मण सिंह रावत का जन्म 16 मार्च 1958 को पौड़ी गढ़वाल जिला, उत्तराखण्ड में हुआ। इनका परिवार कई पीढ़ियों से भारतीय सेना में सेवा दे रहा था। इनके पिता लक्ष्मण सिंह राजपूत पौड़ी गढ़वाल जिले के सैंजी गाँव से थे और लेफ्टिनेंट जनरल के पद से सेवानिवृत्त हुए। इनकी माता उत्तरकाशी जिले से थीं और उत्तरकाशी विधान सभा से विधायक रह चुके किशन सिंह परमार की पुत्री थीं।
जनरल रावत ने ग्यारहवीं गोरखा राइफल की पांचवी बटालियन से 1978 में अपने करियर की शुरुआत की थी। सेना प्रमुख ने जनवरी 1979 में सेना में मिजोरम में प्रथम नियुक्ति पाई। नेफा इलाके में तैनाती के दौरान उन्होंने बटालियन की अगुवाई की। इतना ही नही रक्षा प्रमुख ने कांगो में संयुक्त राष्ट्र की पीसकीपिंग फोर्स की भी अगुवाई की। बिपिनसिंह रावत ने 01 सितंबर 2016 को सेना के उप-प्रमुख का पद संभाला। चीफ ऑफ डिफेंस भारतीय थल सेनाध्यक्ष के पद पर 31 दिसंबर 2016 से 31 दिसंबर 2019 तक पर रह चुके थे। उन्होंने 1 जनवरी 2020 को रक्षा प्रमुख के पद का भार ग्रहण किया।
परमार्थ निकेतन में गुरुवार की गंगा आरती देश के पहले सीडीएस जनरल स्व. बिपिन रावत और उनकी धर्मपत्नी मधुलिका रावत को समर्पित की गई। सात दिसंबर को परमार्थ निकेतन की गंगा आरती में महाराष्ट्र से निवृति यादव, सीडीएस जनरल स्व. बिपिन रावत के पैतृक गांव से उनके स्वजन और राष्ट्र की सेवा करने वाले सेना के जाबांज जवानों ने सहभाग किया। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती के सान्निध्य में सभी ने मिलकर सीडीएस जनरल स्वर्गीय बिपिन रावत और उनकी धर्मपत्नी मधुलिका रावत को मौन रखकर श्रद्धाजंलि अर्पित की।