देश में एक बार फिर COVID-19 ने पैर पसारने चालू कर दिये है। हाल ही में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक केरल ने 20 दिसंबर को COVID-19 के 300 नए सक्रिय मामले दर्ज किये हैं। साथ ही इस महामारी के कारण तीन लोगों की मौत की भी सूचना दी। देश में कोविड-19 के सक्रिय मामलों की कुल संख्या 2,669 है।
कोरोना वायरस के नए वैरिएंट के उभरने पर बढ़ती चिंताओं के बीच केरल के एक हेल्थ स्पेशलिस्ट ने कहा कि कोविड किसी भी अन्य संचारी रोग की तरह है, जिसे पूरी तरह से खत्म नहीं किया जा सकता है और कहा कि बीमारी की स्ट्राइक रेट में कमी आई है। डॉ. श्रीजीत एन कुमार ने बताया यह अब किसी भी अन्य इन्फ्लूएंजा या किसी अन्य सामान्य सर्दी की तरह ही है।
इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया ने भारत में COVID-19 की स्थिति और COVID-19 की निगरानी, रोकथाम और प्रबंधन के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। बैठक के दौरान मंडाविया ने COVID-19 वायरस के नए और उभरते तनाव के खिलाफ सतर्क और तैयार रहने के महत्व पर जोर दिया।
आज देश के सभी राज्यों एवं UTs के स्वास्थ्य मंत्रियों व वरिष्ठ अधिकारियों के साथ respiratory illnesses (कोविड-19 समेत) और public health संबंधित तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की।
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) December 20, 2023
बैठक में सभी राज्यों ने स्वास्थ्य सुविधाओं के बेहतर क्रियान्वयन हेतु सकारात्मक दृष्टिकोण रखा। pic.twitter.com/rYkDCIkg2F
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने सभी राज्यों से सतर्क रहने, निगरानी बढ़ाने और दवाओं, ऑक्सीजन सिलेंडर और सांद्रक, वेंटिलेटर और टीकों का पर्याप्त भंडार सुनिश्चित करने का आग्रह किया।
कोविड-19 के कुशल प्रबंधन को सुनिश्चित करने के लिए केंद्र और राज्यों के बीच संयुक्त प्रयासों की आवश्यकता को दोहराते हुए मंडाविया ने कहा “आइए हम केंद्र और राज्य दोनों स्तरों पर हर तीन महीने में एक बार मॉक ड्रिल करें और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करें।” उन्होंने राज्यों से जागरूकता पैदा करने, महामारी का प्रबंधन करने और तथ्यात्मक रूप से सही जानकारी का प्रसार सुनिश्चित करने का भी आग्रह किया।
श्वसन रोगों में वृद्धि और नए JN.1 COVID उप-संस्करण को ध्यान में रखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा कि वायरस विकसित हो रहा है और बदल रहा है और सदस्य देशों से मजबूत निगरानी और अनुक्रम साझाकरण जारी रखने का आग्रह किया है।