आज हम आपको बताएंगे मकर लग्न की कुंडली के बारे में. अगर लग्न में 10 नंबर लिखा हो तो आप समझ जाइये की आपका लग्न मकर लग्न है. काल पुरूष की कुंडली में दसवां घर मकर राशि का होता है. मकर लग्न का स्वामी शनि ग्रह होता है. मकर लग्न में लग्नेश और धनेश शनि ग्रह ही होता है क्योंकि मकर लग्न में दूसरे घर में कुंभ राशि होती है. तो इसलिए शनि मकर लग्न वालों के लिए बहुत कुछ देने को तैयार रहता है. वहीं बात करे अगर मारकेश की तो सातवें घर में कर्क राशि पड़ती है, वहीं दूसरे घर में शनि की कुंभ राशि पड़ती है. लग्नेश अपने लग्न में मारकेश हो नहीं सकता इसलिए इस लग्न के लिए चंद्रमा ही मारकेश होता है.
मकर लग्न के लिए शुक्र सबसे महत्वपूर्ण और निर्णायक ग्रह होता है. मकर लग्न में शुक्र ग्रह के पास इस लग्न के दो सबसे महत्वपूर्ण घर होते है. एक पांचवां घर दूसरा केंद्र का सबसे बलशाली दसवां घर, इसलिए इस कुंडली के लिए शुक्र को सबसे कारक ग्रह माना गया है. शुक्र इस लग्न के लिए बेहद योगकारी होता है. शुक्र पांचवे घर का स्वामी होकर नेम फेम, संतान आदि को निर्धारित करता है तो वहीं शुक्र दसवें घर का मालिक होकर कार्यक्षेत्र जैसे महत्वपूर्ण विषय का निर्णय करता है. मंगल की राशि चौथे और 11वें घर में पड़ती है जिससे मंगल भी इस कुंडली के लिए योगकारी ही होता है. बेशक लग्नेश शनि और मंगल की आपस में शत्रुता का भाव रखते हैं लेकिन दो महत्वपूर्ण घरों का स्वामी होकर मंगल इस कुंडली के लिए योगकारक ही होते है.
इस लग्न का भाग्येश बुध इस लग्न के लिए अच्छा ही होता है लेकिन बुध नौवें घर का मालिक होने के साथ साथ, खराब घर कहे जाने वाले छठे घर का मालिक भी होता है, कुल मिलाकर बुध शनि का मित्र भी होता है इसलिए बुध इन लग्न वालों के लिए अच्छा ही होता है.
वहीं तीसरे और 12वें घर का स्वामी होकर बृहस्पति इस कुंडली के लिए सबसे अकारक ग्रह हो जाते हैं. मकर लग्न के अंदर बृहस्पति नीच के भी होते हैं. मकर लग्न के जातकों की कद काठी अच्छी होती है. हां शरीर के नीचे का हिस्सा, शरीर के ऊपर के हिस्से से कुछ कमजोर ही होता है. मकर लग्न के जातक अच्छे पत्रकार बन सकते है, मीडिया, अभिनय, ब्यूटीशियन जैसे फील्ड इस लग्न के जातक को ज्यादा रास आते हैं. मकर लग्न के जातक जमीन से निकलने वाले प्रोडक्ट जैसे डीजल, पेट्रोल, तेल, कोयला आदि के क्षेत्र में भी अच्छा नाम और पैसा कमा सकते हैं. सूर्य इस लग्न के लिए अष्टमेश होते है हालांकि सूर्य और चंद्रमा को अष्टमेश का दोष लगता नहीं है. लेकिन शनि के साथ सूर्य की अच्छी पटती भी नहीं है इस लिहाज से सूर्य इस लग्न वाले जातक के लिए अकारक ही होते हैं. मकर लग्न के जातक सामान्यतौर पर ईमानदार, वफादार, मेहनती, कलाकार, मिलनसार, दूसरों की मदद करने वाले हो हैं.