आगामी लोकसभा चुनाव से पहले महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) मे शामिल हो गए हैं। उन्होंने इसे अपने राजनीतिक करियर की नई शुरूआत बताया है। अशोक चव्हाण ने कहा, ‘आज यह मेरे राजनीतिक करियर की नई शुरुआत है। मैं आज उनके कार्यालय में औपचारिक रूप से भाजपा में शामिल हो रहा हूं। मुझे उम्मीद है कि हम रचनात्मक विकास के लिए काम करेंगे।’
बता दें कि अशोक चव्हाण उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस, पार्टी नेता आशीष शेलार और महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले की उपस्थिति में भाजपा में शामिल होंगे। सूत्रों के मुताबिक चव्हाण के महाराष्ट्र से बीजेपी के राज्यसभा जाने की संभावना है, जिससे कांग्रेस मुश्किल में पड़ सकती है।
दरअसल अशोक चव्हाण ने सोमवार को कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। चव्हाण ने अपना इस्तीफा महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नाना पटोले को सौंप दिया।
अशोक चव्हाण का राजनीतिक करियर
अशोक चव्हाण 1986 से 1995 तक महाराष्ट्र प्रदेश युवा कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष और महासचिव थे। उन्होंने 1999 से शुरू होकर मई 2014 तक तीन कार्यकालों तक महाराष्ट्र विधानसभा में कार्य किया। उन्होंने 8 दिसंबर, 2008 से 9 नवंबर, 2010 तक महाराष्ट्र राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया। 9 नवंबर, 2010 को, कांग्रेस पार्टी ने उन्हें आदर्श हाउसिंग सोसाइटी घोटाले से संबंधित भ्रष्टाचार के आरोपों पर पद से इस्तीफा देने के लिए कहा। 2014 के आम चुनावों में, चव्हाण नांदेड़ निर्वाचन क्षेत्र से चुने गए, लेकिन 2019 में भाजपा के प्रताप पाटिल चिखलीकर से सीट हार गए। वह महाराष्ट्र में कांग्रेस की नैया छोड़ने वाला तीसरा बड़ा नाम हैं। सबसे पहले जाने वाले थे दक्षिण मुंबई के पूर्व सांसद मिलिंद देवड़ा, उनके बाद पूर्व विधायक बाबा सिद्दीकी थे। एक विधायक के रूप में नांदेड़ के भोकर का प्रतिनिधित्व करने वाले चव्हाण के राज्य पार्टी प्रमुख नाना पटोले के साथ गंभीर मतभेद होने की सूचना मिली थी।