झारखंड में चंपई सोरेन ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। बुधवार देर शाम राजभवन पहुंचे चंपई ने अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया है। चंपई सोरेन 153 दिन तक मुख्यमंत्री रहे। उनके इस्तीफे के बाद पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने सरकार बनाने का दावा भी पेश कर दिया और हेमंत सोरेन झारखंड में मुख्यमंत्री के रूप में तीसरी बार शपथ लेंगे।
हाथरस कांड पर भोले बाबा का पहला बयान आया सामने, मैं पहले ही निकल गया था
विधायक दल के नेता चुने गए हेमंत सोरेन
राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने के बाद चंपई सोरेन ने कहा, ‘बैठक में हेमंत सोरेन को विधायक दल का नेता चुना गया है। इसे लेकर सभी विधायकों ने सहमति जताई है। जब नेतृत्व परिवर्तन हुआ था, तो मुझे चुना गया। राजनीतिक घटनाक्रम क्या है, ये आप सब जानते हैं। हमारे गठबंधन में हम सभी ने फिर से निर्णय लिया है कि हेमंत सोरेन हमारे नेता होंगे। मैंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। हमने अपने गठबंधन के निर्णय के अनुसार काम किया है।’ आपको बता दें कि दो फरवरी को चंपई सोरेन ने झारखंड के बारहवें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।
तीसरी बार झारखंड के मुख्यमंत्री बन सकते हैं झामुमो प्रमुख हेमंत सोरेन!
झारखंड के 13वें CM बनेंगे हेमंत सोरेन
हेमंत सोरेन झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। चंपई सोरेन ने हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद झारखंड के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। वहीं, 3 जुलाई को चंपई सोरेन के CM पद से इस्तीफा देने के बाद हेमंत सोरेन झारखंड के 13वें मुख्यमंत्री के रूप में एक बार फिर शपथ लेंगे।
क्या था पूरा मामला?
बता दें कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर 31 करोड़ रुपये से ज्यादा की 8.86 एकड़ जमीन अवैध रूप से हासिल करने का आरोप है। हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के तुरंत बाद 31 जनवरी को कथित भूमि घोटाले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था, जिसके बाद से वह रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा जेल में रखा गया था। करीब पांच महीने बाद हेमंत सोरेन को 28 जून को जेल से रिहा किया गया।