गौतमबुद्धनगर में इंफ्लुएंजा एच3एन2 के मामले ने रफ्तार पकड़ ली है, स्वास्थ्य विभाग की ओर से पिछले करीब 20 दिनों में जिले के 3500 मरीजों पर अध्ययन किया गया था जिसमें 660 लोगों यानी हर पांचवे मरीज में कोरोना जैसे लक्षण पाए गए लेकिन राहत की बात ये है कि एंटीजन की जांच कराने पर किसी भी मरीज में कोरोना की पुष्टि नहीं हुई है. विशेषज्ञ इसको इंफ्लुएंजा एच3एन2 मानकर चल रहे हैं.इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने एक एडवाइजरी भी जारी की है. वैसे कोरोना और एच3एन2 में अंतर कर पाना बहुत मुश्किल है. आजकल चल रहा ये बुखार दो तीन दिन में ही ठीक हो जाता है लेकिन खांसी तीन सप्ताह से अधिक समय तक परेशान करती है.
डॉक्टरों ने कहा कि इस खांसी को नजरअंदाज ना करे आईएमए नोएडा के पूर्व सचिव डॉ. प्रकाश जैन ने कहा कि हर साल इस मौसम में इस तरह का फ्लू फैलता है लेकिन इस बार इस फ्लू के लक्षण कुछ अलग है. खांसी को बिल्कुल भी नजरअंदाज ना करे और अधिक समय तक खांसी रहने पर बलगम की जांच कराना बेहतर है ऐसे कुछ मरीजों में टीबी भी हो सकता है. आईएमए के अनुसार लोग बिना डॉक्टरों की सलाह से एंटीबायोटिक ले रहे है. एच3एन2 के बढ़ते सक्रमण को देखते हुए आईएमए ने चिकित्सकों को भी केवल लक्षणों के आधार पर दवा देने की सलाह दी है.