आखिरकार देश को उसका नया संसद भवन मिल ही गया. 28 मई को देश के पीएम नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन का उद्घाटन किया. इस मौके पर पीएम ने देश को संबोधित किया. और इस भवन को बनाने वाले श्रमिकों को शॉल पहनाकर सम्मानित किया और उन्हें स्मृति चिंह्न भी सौंपे. पीएम मोदी ने समारोह से पहले सेंगोल को दंडवत प्रणाम किया. इसके बाद पीएम ने नए संसद भवन में लोकसभा स्पीकर की कुर्सी के पास सेंगोल की स्थापना की. सेंगोल की स्थापना के बाद पीएम ने तमिलनाडु के विभिन्न आदिनम संतो का आशीर्वाद भी प्राप्त किया.
नए संसद भवन के उद्घाटन के दूसरे चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ‘ देश की विकास यात्रा में कुछ पल अमर हो जाते हैं. 28 मई ऐसा ही दिन है. उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक भवन नहीं है, बल्कि 140 करोड़ भारतवासियों की आकांक्षाओं और सपनों का प्रतिबिंब है. आज का दिन देश के लिए शुभअवसर है. आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर देश अमृतमहोत्सव मना रहा है. इस अमृतमहोत्सव में भारत के लोगों ने अपने लोकतंत्र को संसद के इस नए भवन का उपहार दिया है. आज सुबह ही संसद भवन परिसर में सर्वपंथ प्रार्थना हुई, मैं सभी देशवासियों को भारतीय लोकतंत्र के इस स्वर्णिम पल की बधाई देता हूं. ’
देश के पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत एक लोकतांत्रिक देश ही नहीं बल्कि लोकतंत्र की जननी भी है. लोकतंत्र हमारे लिए सिर्फ एक व्यवस्था नहीं बल्कि एक संस्कार है, एक विचार है. एक परंपरा है.