यूं तो पूरे देश में कड़ाके की ठंड पड़ रही है पर मसूरी का मौसम आजकल गर्म हो गया है। वैसे तो ओला उबर कंपनियों से देश के लाखों लोग लाभान्वित हो रहे हैं। पर, कुछ समूह और लोग आज भी इसके विरोध में दिखते हैं। ऐसा ही कुछ मसूरी में भी देखा जा रहा है। ओला उबर के आने से स्थानीय टैक्सी चालक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। वैसे तो टैक्सी चालक पहले भी इसपर अपनी आपत्ति जता चुके हैं लेकिन इस बार विरोध का अंदाज कुछ अलग है।
मसूरी में ओला और उबर जैसी कंपनियों की सर्विस शुरू होने को लेकर टैक्सी चालकों ने अपना विरोध जताया है। टैक्सी कार ओनर एसोसिएशन ने इसपर अपना कड़ा विरोध जताते हुए प्रदर्शन किया। टैक्सी चालकों के मुताबिक मसूरी पेट्रोल पंप के पास पार्किंग पर कुछ लोग ओला और उबर के ऑफिस का निर्माण कर रहे हैं जिसपर इन्हें कड़ी आपत्ति है। टैक्सी चालकों ने साफ कर दिया है कि वो किसी भी कीमत पर मसूरी में ओला और उबर की सेवाओं का संचालन नहीं होने देंगें।
टैक्सी चालकों ने RTO की बैठक में भी ओला उबर से संचालन का विरोध जताया था। इनका कहना है कि RTO की मदद से ही ओला और उबर कैब का संचालन हो रहा है। मसूरी के टैक्सी चालक पहले भी इसपर अपना विरोध जता चुके हैं। टैक्सी चालकों की एसोसिएशन ने इस संबंध में विधायक गणेश जोशी और पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज से मुलाकात कर अपना विरोध दर्ज किया था। टैक्सी चालकों का प्रतिनिधिमंडल जल्द ही परिवहन कमिश्नर के सामने अपना विरोध प्रकट करेगा।
मसूरी के टैक्सी चालक ओला, उबर के संचालन और गड्डामार वाहनों के खिलाफ अब आरपार की लड़ाई के मूड में हैं। टैक्सी कार ओनर एसोसिएशन में करीब 850 सदस्य हैं। टैक्सी ड्राइवर्स का कहना है कि अगर इनकी बात नहीं मानी गई तो वो अपने वाहनों की चाबी RTO दफ्तर में जमा कर देंगे। अगर ऐसा हुआ तो यहां आने वाले पर्यटकों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।