दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और अखिलेश यादव प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे। इस दौरान केजरीवाल से स्वाति मालीवाल के मुद्दे पर सवाल पूछा गया था। अरविंद केजरीवाल ने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। पत्रकार लगातार सवाल पूछते रहे। लेकिन केजरीवाल कुछ भी नहीं बोले। पत्रकारों के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि देश में और भी कई मुद्दे हैं। इसी दौरान संजय सिंह ने कुछ कहा। तभी केजरीवाल ने कहा कि बोल रहे हैं। फिर माइक संजय सिंह को दे दिया गया।
इसी बीच संजय सिंह ने माइक संभाला। माइल संभालते हुए संजय सिंह ने भारतीय जनता पार्टी पर उलटे सवाल खड़े कर दिए। संजय सिंह ने मणिपुर से लेकर कर्नाटक सेक्स स्कैंडल में फंसे प्रज्वल रेवन्ना के मामले में बीजेपी से जवाब मांगा। संजय सिंह ने कहा- आम आदमी पार्टी हमारा परिवार है। देश में जितने भी मुद्दे हैं उस पर पीएम मोदी को जवाब देना चाहिए। स्वाती मालीवाल के मामले पर बीजेपी को जवाब देना चाहिए जब महिला पहलवान जंतर-मंतर पर गई थी तो उनके साथ बदसलूकी की गई थी। संजय सिंह ने कहा कि इस मामले में राजनीतिक खेल ना खेला जाए।
संजय ने किसी भी पत्रकार के सवाल का जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि मणिपुर में क्या हुआ इसका जवाब बीजेपी की सरकार को देना चाहिए। आपको बता दें, इससे पहले दिल्ली में हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेस के दौरान संजय सिंह ने इस मामले पर बयान दिया था।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास में आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल से बदसलूकी मामले में आप ने यह स्वीकार किया है कि उनके साथ बदसलूकी की गई है। आप नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि बहुत ही निंदनीय घटना घटी है। कल सुबह सीएम अरविंद केजरीवाल से मिलने आप की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल पहुंची थीं। ड्राइंग रूम में स्वाति मालीवाल अरविंद केजरीवाल का इंतजार कर रही थीं। इस बीच आवास के स्टाफ में से वैभव कुमार पहुंचे और स्वाति मालीवाल के साथ अभद्रता और बदतमीजी की गई।
स्वाति ने नहीं दर्ज कराया मुकदमा
स्वाति मालीवाल ने पीसीआर कॉल कर घटना की जानकारी पुलिस को दी, लेकिन इसके बाद उन्होंने थाने जाकर मुकदमा दर्ज नहीं कराया। हालांकि, स्वाति से कई बार संपर्क कर शिकायत देने का अनुरोध किया गया। शिकायत न देने पर पुलिस मुकदमा दर्ज करेगी या नहीं, इस पर विचार किया जा रहा है।
पुलिस आयुक्त का बयान
चुनावी माहौल के बीच स्वाति मालीवाल की इस खबर ने सियासी गलियारों में सनसनी मचा दी है। विशेष आयुक्त कानून एवं व्यवस्था रवींद्र सिंह यादव ने बताया कि सोमवार सुबह 9 बजकर 10 मिनट पर स्वाति मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचीं। आवास पर पहुंच कर उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिलना चाहती हैं, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोक दिया। इस बात पर सुरक्षाकर्मियों से बहस हुई।
9.31 बजे की की थी शिकायत
स्वाति ने 9:31 बजे पुलिस कंट्रोल रूम को फोन किया। इस कॉल को कमांड रूम से 9:34 पर उत्तरी जिला पुलिस के कंट्रोल रूम में ट्रांसफर कर दिया गया। इसके बाद 9.39 बजे पर कॉल की डीडी एंट्री हुई। कुछ समय बाद कंट्रोल रूम से दूसरी कॉल आती है, जिसमें कहा जाता है कि मुख्यमंत्री के कहने पर उनके निजी सचिव विभव कुमार ने उनके साथ मारपीट की है। सूचना मिलते ही पीसीआर की टीम तुरंत आवास के बाहर पहुंच गई। स्वाति को कॉल कर बाहर आने को कहा गया, जिससे रोते हुए वह बाहर निकलीं।
ऑटो में गई शिकायत करने
पुलिसकर्मियों के कहने पर स्वाति एक ऑटो में बैठकर शिकायत देने सिविल लाइंस थाने पहुंच गईं। उन्होंने ड्यूटी थानाध्यक्ष राजीव कुमार का नंबर लेकर उन्हें आपबीती बताई। थानाध्यक्ष पांच मिनट में थाने पहुंच गए। इस बीच स्वाति के पास लगातार कॉल आ रहे थे। उन्होंने थानाध्यक्ष को बताया कि उनके पास कई मीडिया पर्सन के कॉल आ रहे हैं और उनसे बात करने के बाद वह कुछ देर में शिकायत देने आएंगी। ये कहकर वो बाहर चली गईं, लेकिन वह थाने नहीं आईं।
इस घटना पर बीजेपी नेता अरविंदर सिंह लवली का बयान सामने आया है। उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि अगर ऐसा हुआ है तो ये शर्मनाक और निंदनीय है।
अरविंदर सिंह लवली ने साधा निशाना
बीजेपी नेता अरविंदर सिंह लवली का कहना है, ”अगर ये घटना हुई है और स्वाति मालीवाल के साथ ऐसा व्यवहार हुआ है तो ये निंदनीय और शर्मनाक है। इससे भी ज्यादा शर्मनाक ये है कि ये पहली बार नहीं है… जो दे रहे थे दो दिन पहले राष्ट्र को दी गई 10 गारंटियों में लोगों की अपने ही घरों में सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं है…”
भाजपा कर रही जांच की मांग
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री ऐसे हैं, जिन्होंने पहले आवास पर बुलाकर अपनी सरकार के मुख्य सचिव को पिटवाया और अब अपनी पार्टी की महिला सांसद के साथ हिंसा करवाई। वीरेंद्र सचदेवा ने आगे कहा कि इस मामले की जांच होनी चाहिए। इससे पूरा सच समने आएगा।
दिल्ली पुलिस ले मामले का संज्ञान
पश्चिमी दिल्ली प्रत्याशी और प्रदेश भाजपा महामंत्री कमलजीत सेहरावत ने भी मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि दिल्ली पुलिस को इस मामले का संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज करना चाहिए। अगर ऐसा नहीं किया तो महिलाओं का विश्वास कानून से उठ जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि यह पार्टी महिलाओं की सुरक्षा की क्या गारंटी देगी। सीएम निवास से स्वाती को घबरा कर पैदल निकलते देखना काफी शर्मनाक है।