बिहार के राजनीतिक गलियारे में नाताश कुमार का मु्ददा गर्म है। बिहार की राजनीती में पिछले दो दिनों से लगातार उठा पठक जारी है। दिल्ली से बिहार और बिहार से दिल्ली तक बैठकों का दौर जारी है। कयास भी लगाए जा रहे हैं कि इन हालातों के बीच अब थोड़ी-थोड़ी तस्वीर साफ होते दिख रही है। आरजेडी (RJD) और जेडीयू (JDU) में दूरी बढ़ गई है। वहीं सीएम नीतीश बीजेपी के करीब हो रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, रविवार की शाम में पटना के राजभवन में नीतीश कुमार सीएम पद की शपथ ले सकते हैं। सूत्र दावा कर रहे हैं कि नीतीश कुमार और बीजेपी के पास 128 विधायकों का समर्थन है।
दल बदल में माहिर बिहार के मुख्यमंत्री एवं जनता दल (यूनाइटेड) के अध्यक्ष नीतीश कुमार के अपना रुख एक बार फिर बदल लिया है। बीजेपी के नेतृत्व वाले राजग में वापसी के संकेतों के बीच सत्तारूढ़ महागठबंधन में मृग तृष्णा का माहौल बना हुआ है। राज्य में राजनीतिक अनिश्चितता को लेकर जारी अटकलों को उस समय और बल मिला जब नीतीश कुमार ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर यहां राजभवन में आयोजित जलपान समारोह में भाग लिया पर उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव इस समारोह में शामिल नहीं हुए।
सूत्रों के मुताबिक बीजेपी जेडीयू के साथ हाथ मिलाने का फैसला किया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा बिहार के घटनाक्रम पर बैठकें कर रहे हैं। बीजेपी नेता पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, चिराग पासवान और उपेंद्र कुशवाहा जैसे सहयोगियों के साथ भी संपर्क में बताए जा रहे हैं। वहीं, बिहार के सत्तारूढ़ महागठबंधन में उथल-पुथल की अटकलों के बीच विपक्षी दल बीजेपी ने शनिवार को सांसदों और राज्य विधानमंडल के सदस्यों की एक बैठक बुलाई है. बीजेपी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सम्राट चौधरी से उन अटकलों के बारे में कहा कि क्या बीजेपी जेडीयू के साथ फिर से गठबंधन करने के लिए तैयार है? इस पर उन्होंने पल्ला झाड़ते हुए कहा कि हमारे स्तर पर ऐसी किसी बात पर चर्चा नहीं हुई है।
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बिहार में परिवर्तन किसी भी पल संभव है। सस्पेंश के बीच भाजपा और आरजेडी अपने अपने विधायकों के साथ बैठक कर रही है। वहीं आपको बत दें कि भाजपा राज्य कार्यकारिणी की बैठक शाम को होगी। वहीं इसके इतर आरजेडी दोपहर में विधायक दल की बैठक कर रही है।