छत्तीसगढ़ में 75 दिनों तक चलने वाले बस्तर के दशहरा को ‘जोगी बिठाई’ के पालन के साथ दुनिया का सबसे लंबा दशहरा उत्सव माना जाता है। परंपरा के मुताबिक हल्बा समुदाय के एक युवक को नौ दिनों के लिए एक गड्ढे में बैठाया जाता है और उसके सामने एक लकड़ी का तख्ता रखा जाता है ताकि वह उस पर अपने हाथ और सिर रखकर आराम कर सके।
दशहरा से नौ दिन पहले पहले जोगी बिठाई की परंपरा निभाई जाती है। इसके तहत जोगी को योगी माना जाता है और उसे नौ दिनों तक व्रत रहना होता है। परंपरा के मुताबिक जोगी से सफलता के लिए आशीर्वाद भी मांगा जाता है।
75 दिनों के उत्सव के दसवें दिन बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक दशहरा त्योहार मनाया जाता है।