केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने कहा कि आयकर विभाग ने कर्नाटक और अन्य राज्यों में सरकारी ठेकेदारों तथा ‘रियल स्टेट’ करोबारियों के खिलाफ छापेमारी की। इन्कम टैक्स द्वारा की गई छापेमारी में 94 करोड़ रुपए का नकद, लगभग 8 करोड़ रुपए मुल्य के सोने और हीरे के आभूषण तथा 30 लग्ज़री घड़ियां जब्त की हैं। आयकर विभाग ने दिल्ली समेत बेंगलुरु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश के 55 ठिकानों पर छापेमारी की थी।
सीबीडीटी ने एक बयान में कहा, ‘छापे में करीब 94 करोड़ की नकदी, आठ करोड़ रुपए मूल्य के सोने और हीरे के आभूषण जब्त किए। कुल मिलाकर 102 करोड़ रुपए से अधिक की जब्ती हुई है।’ बयान में कहा, ‘एक निजी कंपनी में कार्यरत व्यक्ति के परिसर से विदेश निर्मित 30 महंगी घड़ियां बरामद की गईं जबकि व्यक्ति का घड़ियों के व्यापार से कोई संबध नहीं है।’
छापेमारी के बाद इस मुद्दे पर राजनीतिक पार्टियों के बीत जंग छिड़ गई है। कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी एक दूसरे पर निशाना साध रहे हैं। भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष नलिन कुमार कटील ने कहा कि छापेमारी में मिले रुपयों का संबंध कांग्रेस से है, जबकि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इन आरोपों से इनकार करते हुए उन्हें खारिज़ कर दिया है।
सीबीडीटी के मुताबिक, ‘कर चोरी’ के तौर-तरीकों से संकेत मिलता है कि ये ठेकेदार फर्जी खरीद की बुकिंग कर, उप-ठेकेदारों के साथ मिलकर खर्चों का गैर-वास्तविक दावा और अर्हता नहीं होने वाले खर्चों का दावा करके व्यय को बढ़ाकर अपनी आय कम दिखाने में शामिल थे। सीबीडीटी के अनुसार, अनुबंध रसीद के उपयोग में पाई गई ‘अनियमितताओं’ के परिणामस्वरूप ‘भारी मात्रा में बेहिसाब नकदी’ और ‘अघोषित’ संपत्ति बनाई गई।