Samrat Chaudhary: बिहार में बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने एक बड़ा बदलाव किया है। दरअसल, बीजेपी ने मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी को हटाकर डॉ. दिलीप जायसवाल को पार्टी का नया प्रदेश अध्यक्ष चुना है। बीजेपी के इस फैसले से बिहार की राजनीति में हलचल मच गई है। बता दें कि डॉ. दिलीप जायसवाल वर्तमान में राज्य सरकार में भूमि एवं राजस्व मंत्री हैं।
खगड़िया जिले के दिलीप जायसवाल कलवार जाति के हैं। जायसवाल साल 2009 में पहली बार एमएलसी बने थे। भाजपा के फैसले को अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में अपने वैश्य वोट बैंक को मजबूत करने की दिशा में उठाया गया एक अहम कदम माना जा रहा है।
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Samrat Chaudhary अपने ही जाति से वोट लाने में रहे थे असफल
सम्राट चौधरी बिहार सरकार में उपमुख्यमंत्री हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष का पद भी संभाला था। आपको बता दें कि भाजपा में एक ही समय में किसी व्यक्ति के दो पद पर बने रहने का कोई प्रावधान नहीं है, लेकिन लोकसभा चुनाव में अपनी ही जाति कुशवाहा और कोइरी के वोट लाने में असफल रहे सम्राट चौधरी पर चुनाव के बाद कई सवाल खड़े होने लगे थे। पारंपरिक रूप से भाजपा का वोट बैंक रहा कुशवाहा समाज भी राजद में चला गया।
इन कारणों से बीजेपी ने दिलीप जायसवाल को सौंपी कमान
डॉ दिलीप जायसवाल को प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर चुनकर बीजेपी ने एक बड़ा दांव खेला है। दरअसल, बिहार में भाजपा ने अपने वैश्य वोट बैंक को मजबूत बनाने के लिए ये फैसला लिया है।
सीमांचल में दिलीप जायसवाल एक मजबूत दावेदार हैं और वहां बीजेपी की स्थिति काफी कमजोर है। इसलिए बीजेपी ने दिलीप जायसवाल पर अपना भरोसा जताया है। जायसवाल को अमित शाह का भी करीबी माना जाता है। पिछली बार जब शाह किशनगंज गए थे तो दिलीप जायसवाल के घर भी गए थे। बता दें कि सम्राट चौधरी नीतीश कुमार सरकार में उपमुख्यमंत्री के रूप में बने रहेंगे।
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