Sunil Chhetri Retired From International Football: भारतीय कप्तान सुनील छेत्री ने फुटबॉल से संन्यास ले लिया है। 39 साल के छेत्री ने गुरुवार को कुवैत के खिलाफ करियर का आखिरी इंटरनेशनल मैच खेला, जो गोलरहित ड्रॉ रहा। हालांकि, भारतीय स्टार फुटबॉलर Sunil Chhetri ने 16 मई को ही अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल करियर से संन्यास का ऐलान कर दिया था। कुवैत के खिलाफ आज हुए मैच में दुनिया ने आखिरी बार अपने पसंदीदा फुटबॉलर को देखा।
रोते हुए मैदान से निकल Sunil Chhetri
Sunil Chhetri जब कोलकाता के सॉल्ट लेक स्टेडियम से मैच खत्म होने के बाद निकले तो वह हाथ जोड़कर रोते हुए बाहर निकले। यहां दोनों टीमों के खिलाड़ियों उन्हें स्टैंडिंग ओवेशन दिया। Sunil Chhetri के संन्यास लेने से भारतीय फुटबॉल के एक युग का अंत हो जाएगा।
ड्रॉ रहा मैच
इस ड्रॉ मैच से FIFA क्वालिफायर में भारत के तीसरे दौर में पहुंचने की उम्मीदों को झटका लगा है। टीम इंडिया को अगला मुकाबला कतर के खिलाफ खेलना होगा। भारतीय टीम के लिए यह मैच करो या मरो की तरह था। टीम अगर इसे जीतती तो पहली बार 18 टीमों के क्वालीफायर के आखिरी राउंड के लिए क्वालीफाई करने के लिए काफी बेहतर स्थिति में होती, लेकिन मुकाबला 0-0 से बराबरी पर रहा। अब सुनील छेत्री कतर के खिलाफ मंगलवार को होने वाले मैच में नहीं नजर आएंगे।
चारों तरफ लग रहे थे छेत्री के नारे
भारतीय कप्तान अपने आखिरी मुकाबले में गोल नहीं कर सके। इसके बावजूद स्टेडियम छेत्री-छेत्री के नारों से गूंज उठा। दोनों टीमों के खिलाड़ियों उन्हें स्टैंडिंग ओवेशन दिया और उनके लिए जमकर तालियां बजाई। सुनील छेत्री ने अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच 2005 में पाकिस्तान के खिलाफ खेला और अपने सीनियर डेब्यू पर उन्होंने अपना पहला इंटरनेशन गोल किया। छेत्री ने मार्च में भारत के लिए अपना 150वां मैच गुवाहाटी में अफगानिस्तान के खिलाफ खेला था। उस मैच में उन्होंने गोल भी दागा था, हालांकि भारत वह मैच 1-2 से हार गया था।
भारत में फुटबॉल के एक युग का हुआ अंत
ऐसा कहा जा सकता है कि सुनील छेत्री के संन्यास लेने से भारत में फुटबॉल के एक युग का अंत हो गया है। सुनील छेत्री भारतीय फुटबॉल टीम के लिए सबसे ज्यादा गोल दागने वाले खिलाड़ी भी है। सुनील छेत्री अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में सबसे ज्यादा गोल करने के मामले में चौथे नंबर पर हैं। पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो सबसे ज्यादा इंटरनेशनल गोल करने के मामले में पहले स्थान पर हैं। इसके बाद ईरान के पूर्व खिलाड़ी अली दई का नंबर आता है। अर्जेंटीना के कप्तान लियोनेल मेसी तीसरे स्थान पर हैं। सक्रिय फुटबॉलरों में छेत्री से आगे सिर्फ क्रिस्टियानो रोनाल्डो और लियोनेल मेसी हैं। साथ ही सुनील छेत्री इंटरनेशनल फुटबॉल में सर्वाधिक गोल करने वाले दूसरे एशियाई खिलाड़ी हैं। इस मामले में ईरान के अली दई पहले नंबर पर हैं।
अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित हैं Sunil Chhetri
आपको बता दें कि सुनील छेत्री ने अपने करियर में 6 बार प्लेयर ऑफ द ईयर के साथ 2011 में अर्जुन पुरस्कार भी प्राप्त किया। 2010 में उन्हें पद्म श्री से भी सम्मानित किया गया है। इस खिलाड़ी ने कई बार भारत को गर्व की अनुभूति करवाई। भारत को नेहरू कप (2007, 2009, 2012) के साथ-साथ SAFF चैंपियनशिप (2011, 2015, 2021) जीतने में भी मदद की।
इस दिग्गज फॉरवर्ड खिलाड़ी ने भारत की 2008 एएफसी चैलेंज कप जीत में भी अहम भूमिका निभाई, जिससे टीम को 27 वर्षों के बाद पहले एएफसी एशियाई कप (2011) के लिए क्वालीफाई करने में मदद मिली। वह 2012 से भारतीय पुरुष टीम के कप्तान हैं।