Lakshya Sen: पेरिस ओलंपिक 2024 में लक्ष्य सेन का हार के साथ ही मेडल जीतने का सपना टूट गया। बैंडमिंटन मुकाबले में लक्ष्य सेन को मलेशिया के ली जिया से हार का सामना करना पड़ा। लक्ष्य ने पहले गेम में शानदार खेल दिखाया। वहीं, ली जी जिया ने पहला गेम हारने के बावजूद यह मैच जीता और मलेशिया को ब्रॉन्ज मेडल दिला दिया।
दरअसल, 22 वर्षीय लक्ष्य सेन के लिए इस हार के बावजूद पेरिस ओलंपिक ऐतिहासिक रहा, क्योंकि वे ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंचने वाले भारत के पहले पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी बने थे।
पहला गेम जीतकर लक्ष्य ने बनाई बढ़त
दुनिया के 22वें नंबर के खिलाड़ी लक्ष्य सेन ने वर्ल्ड नंबर 7 ली जी जिया के खिलाफ अच्छी शुरुआत की। उन्होंने जल्द ही 5-2 की बढ़त बनाई और धीरे-धीरे 11-5 से आगे हो गए। उन्होंने अपनी बढ़त लगातार बनाए रखी और कुछ ही देर में पहला गेम 21-13 से जीत लिया।
दूसरे गेम में दिखा कड़ा मुकाबला
लक्ष्य ने दूसरे गेम में भी बेहतरीन शुरुआत की और 5-2 की बढ़त बना ली, लेकिन इस बार ली जी जिया ने पलटवार किया और ना सिर्फ लक्ष्य की बराबर की, बल्कि उनसे आगे भी निकल गए। ली जी जिया जल्द ही 11-8 से आगे हो गए। लक्ष्य सेन ने शानदार वापिसी करते हुए स्कोर को 12-12 कर दिया, लेकिन ली जिया ने फिर एक बार पलटवार किया और फिर 15-13 की बढ़त बना ली। ली जिया ने अंत में यह मैच 21-16 से जीत लिया।
तीसरे गेम में जिया ने21-11 से जीता गेम
ली जी जिया तीसरे गेम में शुरुआत से ही अच्छे फॉर्म में दिखें। उन्होंने पहले दो अंक जीतने के बाद यह बढ़त आखिरी तक बनाए रखी। ली जी जिया ने आखिर में 21-11 से तीसरा गेम जीता और ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम कर लिया। मलेशिया के ली जी जिया और लक्ष्य सेन के बीच यह छठा मुकाबला था। लक्ष्य ने पहले 5 में से 4 मैच जीते थे, लेकिन इस बार बाजी ली जी जिया के नाम रही और ली जिया ने पदक अपने नाम कर लिया।
हाथ में चोट फिर भी खेले मैच
लक्ष्य सेन के दाएं हाथ में पहले गेम के दौरान चोट लग गई थी। एक बार तो उनके हाथ से खून टपकते हुए भी देखा गया। पहले उन्होंने बैंडेज लगाकर खेल जारी रखा, लेकिन दूसरे गेम में मेडिकल ब्रेक लिया और हाथ में पट्टी बंधवाई। हालांकि, वे मेडिकल ब्रेक के बाद भी खेल में वापसी नहीं कर सके और मैच में हार का सामना करना पड़ा।