चीन में चल रहे एशियन गेम्स में भारतीय एथलीटसों ने एक बार फिर शानदार प्रदर्शन कर भारत का नाम रोशन किया है। रोइंग के लाइट वेट मेंस डबल्स स्कल्स में ओलिंपियन अरविंद व अर्जुन लाल जाट की जोड़ी ने देश के लिए रजत पदक जीत कर परचम लहराया है। जिससे खिलाड़ी अरविंद के परिवार में खुशी का माहौल है। बुलंदशहर के रहने वाले अरविंद सिंह की इस कामयाबी पर पूरे देश को गर्व है।
अरविंद सिंह सोलंकी बुलंदशहर के खुर्जा क्षेत्र गांव खबरा के निवासी है। अरविंद के पिता विजय सिंह पेशे से किसान है। साल 2016 में आर्मी में भर्ती होने के बाद अरविंद का रुझान खेलों की तरफ हुआ। सेना की तरफ से खेलते हुए उन्होंने रोइंग में बेहतर प्रदर्शन किया। जिसके बाद वह पदक जीतकर सफलता की लगातार सीढ़ी चढ़ते गए। अरविंद ने अपने साथी अर्जुन लाल जाट के साथ लाइट वेट मेंस डबल्स स्कल्स में तय दूरी 6:28.18 मिनट में तय करते हुए दूसरा स्थान हासिल किया और रजत पदक जीत लिया। जिस पर परिवार के लोग खुशी से झूम उठे और उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। गांव के लोगो में भी खुशी का माहौल है। गांव के लोगो का कहना है कि यह गर्व का पल है। अरविंद ने रजत पदक जीत कर गांव का नाम देश स्तर पर ऊंचा किया है। जिसको लेकर ग्रामीण फुले नहीं समा रहे हैं।
अरविंद सिंह की राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय उपलब्धियां
साल 2018 में पुणे में हुई 37वीं सीनियर नेशनल चैंपियनशिप में अरविंद ने दो स्वर्ण पदक जीते थे। 2019 में हैदराबाद में हुई 38वीं सीनियर नेशनल चैंपियनशिप में दो रजत पदक से जीत हासिल की थी। 2022 नेशनल गेम्स में एक स्वर्ण पदक और 2023 नेशनल चैंपियनशिप पुणे में शानदार प्रदर्शन करके रजत पदक जीता था।
अरविंद ने अंतर्राष्टीय लेवल पर शानदार प्रदर्शन करते हुए इतिहास के पन्नों पर अपनी नाम दर्ज कर लिया है उन्होंने साल 2019 में वर्ल्ड चैंपियनशिप में रजत पदक, 2019 में कोरिया में हुई 19वीं एशियन रोइंग चैंपियनशिप में एक रजत पदक, 2021 में जापान हुए एशिया ओलंपिक क्वालीफिकेशन में रजत पदक, 2021 टोक्यो ओलंपिक में 11वां स्थान, 2021 में हुई 20वीं एशियन रोइंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक और 2022 में हुई एशियन रोइंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया था।