देश और पश्चिम बंगाल को दहला देने वाले संदेशखाली मामले में हाईकोर्ट ने सीबीआई को जांच के लिए आदेश दिए थे। इस मामले में ED ने भी अपनी जांच की थी. इसके लिए ED की टीम शाहजहां शेख के घर पहुंची थी। शाहजहां शेख इस केस का मुख्य आरोपी है. ये अधिकारी राशन वितरण घोटला मामले में जांच के सिलसिले में तलाशी लेने गए थे।
इस अभियान के दौरान शेक के करीबियों ने ED के अधिकारियों के ऊपर हमला कर दिया था। ED के अधिकारियों पर करीब एक हजार लोगों ने हमला कर दिया था। उस हमले में कई अधिकारी बुरी तरह घायल हो गए थे। इसके बाद हाईकोर्ट ने सख्त रवैया अपनाते हुए आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया था। CBI की जांच के बाद हमला करने वाले लोगों की पहचान कर ली गई थी। आज CBI ने उन 9 आरोपियों को समन भेजा हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने ED अधिकारियों पर हमले से संबंधित संदेशखाली मामले में CBI जांच का निर्देश देने वाले कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश में हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया। हालाँकि, सुप्रीम कोर्ट ने राज्य पुलिस और सरकार के खिलाफ हाईकोर्ट द्वारा की गई टिप्पणियों को हटा दिया।
इस मामले में राज्य के एक पूर्व मंत्री को भी गिरफ्तार किया गया था। ED अधिकारियों पर हुए इस हमले के बाद ही शाहजहां शेख फरार हो गया था। सीबीआई ने 5 जनवरी की घटनाओं से संबंधित 3 मामलों की जांच अपने हाथ में ले ली है। हाई कोर्ट के आदेश के बाद शाहजहां शेख को 29 फरवरी को दिल्ली से गिरफ्तार किया था। तब से वह सीबीआई की हिरासत में है। सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है।
शाहजहां शेख पर लगे हैं ये गंभीर आरोप
जमीन हड़पने का आरोप: शाहजहां शेख पर आरोप है कि उसने ग्रामीणों से अवैध तरीके से जमीन हड़पी।
अवैध खनन: शाहजहां शेख पर आरोप है कि वो अवैध खनन में भी शामिल था।
चुनाव में धांधली: शाहजहां शेख पर आरोप है कि उसने 2021 के विधानसभा चुनाव में धांधली की थी।
महिलाओं से यौन उत्पीड़न: शाहजहां शेख पर कुछ महिलाओं द्वारा यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया गया था।
आतंकवादी संगठनों से संबंध: शाहजहां शेख पर आरोप है कि उसका आतंकवादी संगठनों से भी संबंध था।