Sharad Purnima 2024: हिंदू धर्म में पूर्णिमा को बेहद पवित्र और शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि पूर्णिमा के दिन किए गए सभी कार्य सफल होते हैं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं। सभी पूर्णिमाओं में आश्विन महीने की पूर्णिमा का विशेष महत्व है, जिसे शरद पूर्णिमा या कोजागर पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है।
शरद पूर्णिमा के दिन माता लक्ष्मी की पूजा (Sharad Purnima 2024:) का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन माता लक्ष्मी धरती पर विचरण करती हैं और अपने भक्तों को आशीर्वाद देती हैं। इस दिन विधिवत रूप से माता लक्ष्मी की पूजा करने से व्यक्ति को धन-धान्य की प्राप्ति होती है और जीवन में समृद्धि आती है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन की गई पूजा से व्यक्ति को कभी भी आर्थिक तंगी का सामना नहीं करना पड़ता है।
शरद पूर्णिमा हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण पर्व है, जिस दिन माता लक्ष्मी की विशेष पूजा की जाती है। ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी के अनुसार, इस दिन विधिवत रूप से माता लक्ष्मी की पूजा करने से व्यक्ति को धन, वैभव और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
शरद पूर्णिमा के दिन माता लक्ष्मी की पूजा के लिए सामग्री
- लक्ष्मी जी की मूर्ति
- कलश
- रोली
- चंदन
- अक्षत
- फूल
- दीपक
- धूप
- नैवेद्य
- कलश में रखने के लिए पांच तरह के अनाज दही, शहद, गंगाजल, सिक्के, मौली, आम का पत्ता, नारियल
यह भी पढ़ें- लखनऊ PGI के रेजीडेंट डॉक्टरों ने काम किया बंद, हड़ताल से मरीज हलकान
माता लक्ष्मी की पूजा किस विधि से करनी चाहिए?
- शरद पूर्णिमा के दिन माता लक्ष्मी की पूजा विधिवत रूप से करने की मान्यता है। ऐसा कहा जाता है कि इस दौरान माता लक्ष्मी की पूजा करने से व्यक्ति को आर्थिक तंगी से छुटकारा मिल जाता है।
- सबसे पहले पूजा स्थल को गंगाजल से शुद्ध करें।
- एक कलश लें और उसमें पांच तरह के अनाज, दही, शहद, गंगाजल, सिक्के, मौली, आम का पत्ता और नारियल डालें। कलश को गंगा जल से भरें और उस पर आम के पत्ते का झंडा लगाएं।
- माता लक्ष्मी की मूर्ति या चित्र को एक साफ आसन पर स्थापित करें