श्रेष्ठ भारत (Shresth Bharat) | Hindi News

Our sites:

|

Follow us on

|

Maha Shivratri : भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए भक्त ने रखा ऐसा रूप

Maha Shivratri | Knwar Yatra | Shreshth Bharat

आज महाशिवरात्रि का पर्व है। आज देश भर में शिव भक्त भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए जलाभिषेक कर रहे हैं। कांवड़िए दूर-दूर से गंगाजल लेकर अपने आराध्य भगवान शिव पर अर्पण कर रहे हैं। वहीं, आज हरिद्वार में हर जगह शिव भक्ति की धूम है।

महाशिवरात्रि के अवसर पर आज सभी शिव भक्त अपने-अपने शहर में भगवान शिव का जलाभिषेक कर रहे हैं। बता दें कि विश्व प्रसिद्ध हर की पौड़ी पर बुधवार देर रात वहां एक अलग ही नजारा देखने को मिला। यहां पर कोटद्वार से आए कांवड़िए रिंकू प्रजापति को देखने के लिए भीड़ लग गई। रिंकू प्रजापति द्वारा कांवड़ को इस तरह तैयार किया गया, मानों साक्षात नंदी पर भगवान शिव विराजमान हों।

कांवड़िए रिंकू प्रजापति ने बताया कि उन्होंने यह कांवड़ अपनी बाइक पर बनवाई है, जोकि लगभग एक महीने में बनकर तैयार हुई। इस पर फाइबर से नंदी बनवाया गया है। रिंकू प्रजापति ने भगवान शिव का स्वरूप धारण किया हुआ है। बुधवार देर रात उन्होंने हर की पौड़ी से कांवड़ उठाई। उन्होंने बताया कि वह हर साल कांवड़ लेने हरिद्वार आते हैं। उनका प्रयास रहता है कि वह अलग-अलग तरह की कांवड़ लेकर अपने गांव घड़ीघाट कोटद्वार पहुंचें। उन्होंने बताया कि वहां पर उनका लोग स्वागत भी करते हैं। इससे पहले भी वह कई तरह की कांवड़ हरिद्वार से लेकर जा चुके हैं। इसमें शिव की मूर्ति की कांवड़ शामिल है।

बता दें कि शिव को मनाने के लिए शिव भक्त अलग-अलग तरह से कांवड़ बनाते हैं। इसके बाद कांवड़ यात्रा पर निकलते हैं। कोई डाक कांवड़ तो कोई खड़ी कांवड़ या फिर दांडी कांवड़ लेकर निकलता है और मनोकामना मांगते हैं।


संबंधित खबरें

वीडियो

Latest Hindi NEWS

Akhilesh Yadav
महाकुंभ भगदड़ पर अखिलेश यादव ने योगी सरकार को घेरा, की 5 बड़ी मांगे
CM Yogi Adityanath (2)
महाकुंभ भगदड़ पर सीएम योगी का बयान आया सामने, जानें क्या कहा?
Mahakumbh Stampede
महाकुंभ में भगदड़ के बाद हेलिकॉप्टर से निगरानी, भारी संख्या में पुलिस बल तैनात
CM Yogi Adityanath (1)
MahaKumbh 2025: अफवाह पर ध्यान न दें, सीएम योगी ने श्रद्धालुओं से की अपील
Mahakumbh 2025 (3)
प्रयागराज महाकुंभ में कैसे मची भगदड़, पढ़ें पूरी खबर
Maha Kumbh 2025 (4)
मौनी अमावस्या महाकुम्भ का सबसे बड़ा पर्व क्यों? जानिए सनातन का सबसे बड़ा रहस्य