अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर तारिक मंसूर ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया और उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से उन्हें उत्तर प्रदेश विधान परिषद का सदस्य बना दिया गया है. आपको बता दे कि तारिक मंसूर का कार्यकाल कुछ दिनों बाद ही खत्म होने वाला था. तारिक मंसूर ने 17 मई 2017 को पांच साल की अवधि के लिए कुलपति के रूप में पदभार ग्रहण किया था, बाद में इनका कार्यकाल एक साल के लिए और बढ़ा दिया गया था.
अब बीजेपी की तरफ से विधान परिषद में तीन मुस्लिम चेहरे हो गए हैं. राज्यमंत्री दानिश आजाद अंसारी और राज्य हज कमेटी के अध्यक्ष मोहसिन रजा के बाद तारिक मंसूर बीजेपी के लिए तीसरे मुस्लिम विधान परिषद सदस्य होंगे. भाजपा भी अब मुस्लिम समुदाय के लोगों को विधानमंडल में जगह देकर जनता को ये मेसेज देना चाह रही है कि भाजपा को मुस्लिमों से कोई परहेज नहीं है. हां विधायक बनवाने के लिए टिकट देना शायद भाजपा के लिए थोड़ा मुश्किल या उसकी चुनावी रणनीति से अलग नजर आता है लेकिन भाजपा ने तीन मुस्लिम चेहरे विधान परिषद में भेजकर मुस्लिम समुदाय में पैठ बनाने की कोशिश की है.