आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति पर मोहर लगा सकती है। गुरुवार दोपहर को इसकी बैठक होनी है। इस बैठक के बाद समिति के सिफारिश के आधार पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू चुनाव आयोग में दो सदस्यों की नियुक्ति करेंगी। सूत्रों के मुताबिक, इससे पहले कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल के नेतृत्व वाली एक खोज समिति ने इसके लिए पांच उम्मीदवारों का एक पैनल तैयार करने के लिए एक बैठक की थी।
कानून समिति तीन सदस्य चयन समिति को ऐसे व्यक्ति को भी नियुक्त करने का अधिकार देता है जिसका चयन समिति ने नहीं किया हो। आपको जानकारी दें, 14 फरवरी को अनूप चंद्र पांडे चुनाव आयुक्त के पद से सेवा निर्मित यानी रिटायर हो गए थे, उसके बाद अरुण गोयल ने भी चुनाव आयुक्त के पद से इस्तीफा दे दिया था। उनके इस्तीफा की अधिसूचना 9 मार्च को जारी की गई थी। तब से आयोग में दो पद खाली हैं। और इसी साल देश में लोकसभा के चुनाव होने हैं इन्हीं दो खाली पदों को भरने के लिए आज मीटिंग होनी है।
इतिहास पर नजर डालें तो इससे पहले 16 अक्टूबर 1999 में दो अतिरिक्त आयुक्तों को सबसे पहले नियुक्त किया गया था, लेकिन उनका कार्यकाल 1 जनवरी 1990 तक चल बाद में एक अक्टूबर 1993 को दो अतिरिक्त चुनाव आयुक्त नियुक्त किए गए बहु सदस्य चुनाव आयोग की अवधारणा तब से लागू है। जिसमें बहुमत से निर्णय लिए जाते है।
आज होने वाली चैन समिति की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी होंगे। जिसमें एक केंद्रीय मंत्री और लोकसभा में विपक्ष के नेता अभिरंजन चौधरी भी होंगे। चुनाव आयुक्त की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा की जाएगी सूत्रों ने बताया है, कि दो चुनाव आयुक्त की नियुक्ति एक ही दिन या उसके अगले दिन की जा सकती है। अभी देखना होगा कि आज होने वाली इस बैठक में किसके नाम पर मुहर लगती है।