प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज केरल के त्रिशूर में त्रिप्रयार श्री रामास्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना की। दो सप्ताह में पीएम का यह दूसरा केरल दौरा है। प्रधानमंत्री का त्रिप्रयार में राम स्वामी मंदिर का दौरा ऐसे समय में महत्वपूर्ण है जब अयोध्या में राम लला के बहुप्रतीक्षित ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह की तारीख नजदीक आ रहा है।
इससे पहले दिन में प्रधान मंत्री ने त्रिशूर में गुरुवयूर श्री कृष्णस्वामी मंदिर का दौरा किया और दर्शन किए।गुरुवायुर मंदिर भगवान गुरुवायुरप्पन (भगवान कृष्ण) को समर्पित है और केरल में हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण पूजा स्थल है।
प्रधानमंत्री मंगलवार रात दो दिवसीय यात्रा पर केरल पहुंचे, जहां नेदुंबसेरी में कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, राज्य मंत्री वी मुरलीधरन और भाजपा नेता प्रकाश जावड़ेकर ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
Prayed at the sacred Guruvayur Temple. The divine energy of this Temple is immense. I prayed that every Indian be happy and prosperous. pic.twitter.com/eFpxWaa9BL
— Narendra Modi (@narendramodi) January 17, 2024
त्रिप्रयार मंदिर राज्य के प्रमुख मंदिरों में से एक है, जिसमें भगवान राम मुख्य देवता हैं। भगवान राम (त्रिपरायर थेवर) की छवि चार भुजाओं वाले चतुर्भुज विष्णु रूप से मिलती जुलती है। जिसमें क्रमशः एक शंख (पांचजन्य), एक चक्र (सुदर्शन), एक धनुष (कोदंड) और एक माला है। ऐसा माना जाता है कि यहां जिस देवता की पूजा की जाती है उसमें शिव के कुछ अंश भी मौजूद हैं। असुर खर को मारने के बाद ही श्री राम को शैव और वैष्णव दोनों पहलू प्राप्त हुए। इस प्रकार त्रिप्रयार थेवर को खरा संहार मूर्ति भी कहा जाता है। यह भी माना जाता है कि छवि के हाथ में माला लिए हुए राम का चित्रण भी ब्रह्मा के पहलुओं का सूचक है और इसलिए देवता को त्रिमूर्तियों की अभिव्यक्ति कहा जाता है।
पीएम मोदी ने मंगलवार को कोच्चि में एक भव्य रोड शो किया जिसमें हजारों समर्थक शामिल हुए। रोड शो के लिए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के सुरेंद्रन अपने काफिले में प्रधानमंत्री के साथ थे। अपनी केरल यात्रा के दौरान पीएम मोदी तीन प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। इन 3 परियोजनाओं के चालू होने से देश की जहाज निर्माण और मरम्मत क्षमताओं के साथ-साथ सहायक उद्योगों सहित ऊर्जा बुनियादी ढांचे की वृद्धि को बढ़ावा मिलेगा