Lok Sabha Election 2024 के नतीजे आने के बाद कई दलों और प्रत्याशियों की उम्मीदों पर पानी फिर गया है। इस बार देश की सबसे अधिक लोकसभा सीटों वाले उत्तर प्रदेश में चुनाव नतीजों ने सबको हैरान कर दिया। कई केंद्र के मंत्रियों को हार का सामने करना पड़ा। वहीं, नौकरशाह से राजनीतिज्ञ बनने की चाह रखने वालों को भी मतदाताओं ने पसंद नहीं किया। इसी बीच, 2024 के आम चुनाव में एक दो नहीं बल्कि छह पूर्व अधिकारियों को हार का सामना करना पड़ा। पांच अधिकारी तो ऐसे रहे जो मुकाबले में नजर ही नहीं आए। कुछ नौकरशाह ऐसे भी रहे, जिनका किसी जमाने में डंका बजता था, लेकिन पूर्व नौकरशाहों को मतदाताओं ने नकार दिया। आइए जानते हैं इन पूर्व अधिकारियों के बारे में…
साकेत मिश्रा
साकेत मिश्रा पूर्व IAS अधिकारी हैं। साकेत मिश्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुख्य सचिव रहे नृपेंद्र मिश्रा के बेटे हैं। भाजपा ने साकेत मिश्रा को यूपी की श्रावस्ती लोकसभा सीट से मैदान में उतारा था, लेकिन समाजवादी पार्टी के राम शिरोमणि वर्मा उन्हें 76,673 वोटों के अंतर से हरा दिया। सपा उम्मीदवार को यहां से 5,11,055 वोट मिले, जबकि साकेत मिश्रा 4,34,382 वोटों पर सिमट कर रह गए।
अरविंद सेन
इस बार यूपी की फैजाबाद लोकसभा सीट पर हैरान कर देने वाले नतीजे सामने आए हैं। पूर्व आईपीएस अरविंद सेन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) के टिकट पर यहां से चुनावी मैदान में उतरे थे, लेकिन उनको भी हार का मुंह देखना पड़ा। फैजाबाद सीट से सपा के अवधेश प्रसाद ने भाजपा के दो बार सासंद रहे लल्लू सिंह को 5,54,289 वोटों से हराकर जीत दर्ज की है।
नरायन गौतम
बसपा ने यूपी की कौशांबी लोकसभा सीट से डिप्टी एसपी रहे शुभ नरायन गौतम को प्रत्याशी बनाया था, लेकिन यूपी के मतदाताओं ने उनको भी नकार दिया। इस सीट पर सपा के पुष्पेंद्र सरोज ने 5 लाख 9 हजार 787 वोटों से जीत दर्ज की।
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सुरेश गौतम
इंजीनियरिंग संवर्ग के रिटायर्ड अफसर सुरेश गौतम को बसपा ने जालौन से प्रत्याशी घोषित किया था, लेकिन यहां भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर रही। सुरेश गौतम को मात्र 1,00,248 वोट मिलें। वहीं, भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला। इस सीट पर सपा के नारायण दास अहिरवार को 530180 वोटों से जीत हासिल हुई।
मनोज कुमार
समाजवादी पार्टी ने रिटायर्ड एडीजे मनोज कुमार को नगीना से टिकट दिया था। इस सीट पर आजाद समाज पार्टी और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली, जिसमें चंद्रशेखर ने 512552 वोटों से जीत का परचम लहराया।