Bangladesh Violence: मंगलवार 5 अगस्त का दिन बांग्लादेश में सबसे लम्बे समय तक प्रधानमंत्री रहने वाली शेख हसीना के लिए बड़ा ‘अमंगलकारी’ सिद्ध हुआ। इस वर्ष के आरम्भ में हुए आम चुनावों में लगातार चौथी बार जीतकर देश की सत्ता हासिल करने वाली शेख हसीना को विपक्षी पार्टियों और विद्यार्थियों के पिछले कुछ महीनों से चल रहे हिंसक प्रदर्शनों के बाद हुए तख्तापलट के चलते देश छोड़कर जाना पड़ा।
शेख हसीना ने कल शाम आनन-फानन में इस्तीफ़ा देकर अपने हेलीकॉप्टर से देश छोड़कर भारत में शरण ली। भारत से भी उनका विमान करीब सुबह 9 बजे निकल चुका है, कहां के लिए ये अभी साफ नहीं हो पाया है। लेकिन अब अगर बात बांग्लादेश हिंसा की भारत पर असर की करें तो देश के व्यापार पर काफी असर पड़ने की संभावना है। भारत के नजरिये से देखा जाए तो डेली करीब 150 करोड़ रुपये से अधिक का आयात-निर्यात प्रभावित हो रहा है। अब इसके और बढ़ने की आंशका है। अगर लंबे समय तक यही हालात रहे तो भारत में कपड़ों से लेकर कुछ दवाओं, जूते, बैग और पर्स समेत अन्य उत्पादों के दाम बढ़ सकते हैं।
इन चीजों का होता हैं आयात
बांग्लादेश से आयात किए जाने वाले उत्पाद जैसे कपड़ा और परिधान, जूट एवं जूट से बने सामान, चमड़ा और चमड़े के सामान, फार्मास्यूटिकल्स, चीनी मिट्टी के बर्तन और कृषि उत्पाद आदि बांग्लादेश से आयात किए जाते हैं।
भारत ने इससे पहले भी शेख हसीना को दी थी पनाह, गुजारे थे 6 साल
12 फीसदी अकेले बांग्लादेश को निर्यात
भारत से निर्यात होने वाले प्रमुख उत्पाद जैसे भारत अपने कुल निर्यात में 12 फीसदी अकेले बांग्लादेश को निर्यात करता है। मौजूदा समय में भारत 6 हजार 52 कमोडिटी का निर्यात करता है, जिसमें चावल, रुई, पेट्रोलियम उत्पाद, सूती कपड़ा, गेँहु का निर्यात करता है। बीते कुछ समय में भारत और बांग्लादेश के बीच व्यापारिक संबंध और मजबूत हुए हैं। इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि अब व्यापार के मामले में भारत और बांग्लादेश ने भारतीय रुपये में ट्रेड शुरू करके एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।