सीरिया की सीमा से सटे जॉर्डन इलाके में 3 अमेरिकी सैनिकों की हत्या कर दी गई थी और ये हत्या ड्रोन अटैक से हुई। इस घटना में अमेरिका ने ईरान का हाथ बताया, जिसके बाद अमेरिका ने इसका बदला लेने की ठान ली है और एक बार फिर बड़ी जंग हो सकती है। इस वक्त ईरान और अमेरिका आमने सामने आ गए हैं और अमेरिका बदला लेने की बातें कर रहा है तो क्या एक रूस युक्रेन और इजरायल हमाय युद्ध के बीच एक और युद्ध हो सकता है इस सवाल को हर कोई पूछ रहा है। क्योंकि ईरान ने भी दुनिया को धमकी भरी वॉर्निंग दी है। ईरान ने दुनिया को कहा है कि वह युद्ध से नहीं डरता। ईरान की ओर से यह बयान तब आया है, जब अमेरिका के राष्ट्रपति ने कहा कि वह हाल में हुए हमलों का जवाब देने की तैयारी कर रहे हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा था कि वह ईरान के समर्थन वाले लड़ाकों के खिलाफ बदले की कार्रवाई का प्लान बना चुके हैं। इस बीच ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स यानी IRGC के प्रमुख मेजर जनरल होसैन सलमानी ने बुधवार को कसम खाते हुए कहा कि उनका देश युद्ध से नहीं डरता, वो उनके खिलाफ किसी भी खतरे का जवाब देंगे। जिसके बाद ये कहा जा रहा है कि यह एक नई जंग की शुरुआत हो सकती है, क्योकि ये भी खबर है कि अमेरिकी प्रशासन ने सेना को ईरान के खिलाफ हमलों के लिए मंजूरी दे दी है। इन खबरों के है ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने कहा कि हमारा देश जंग शुरू तो नहीं करेगा, लेकिन खत्म जरूर करेगा,, हम उन लोगों को छोड़ेंगे नहीं, जो हमें जंग के लिए उकसाना चाहते हैं। यानी ये सीधा सीधा अमेरिका को जवाब था।
वहीं, तीन अमेरिकी सैनिक मारे जाने को लेकर राष्ट्रपति बाइडेन ने घोषणा की कि उन्होंने अपना टार्गेट पहले ही चुन लिया है, बाइडेन ने हालांकि हमलावरों को सजा देने के फैसले के बारे में विस्तार से नहीं बताया। लेकिन कहा कि वह व्यापक युद्ध से बचना चाहते हैं, साथ ही ये भी कहा गया कि अमेरिका एक और युद्ध नहीं चाहता या तनाव को बढ़ाना नहीं चाहता, लेकिन अपनी रक्षा के लिए उसे जो भी करने की आवश्यकता होगी, वह सब करेगा।
दअरसल, अमेरिका का दावा है कि उसके हमले में ईरानी मिलिशिया के कमांड और कंट्रोल सेंटर, खुफिया हेडक्वार्टर, और ड्रोन के अड्डे तबाह हो गए हैं। कहा जा रहा है कि अमेरिका ने बदला लेते हुए ये कार्रवाई की। वहीं, दूसरी तरफ खबर है कि ईरान होर्मुज की खाड़ी के पास एक साथ चार न्यूक्लियर पावर प्लांट बना रहा है। ईरान का दावा है कि इन पावर प्लांट में 5000 मेगावाट बिजली पैदा करने की होगी क्षमता। ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम को अब न्यूक्लियर पावर प्लांट के तौर प्रोजेक्ट कर रहा है,, वहीं पश्चिमी देशों को संदेह है कि ईरान परमाणु हथियार हासिल कर रहा है,, जिसका वो आगे आने वाले समय में जंग में इस्तेमाल कर सकता है।
अब सवाल ये उठता है कि आखिर कब तक ये संघर्ष चलता रहेगा और क्या ये आगे आने वाले समय में बड़े युद्ध का रूप ले लेगा। क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा कि हमले जारी रहेंगे। वहीं, इराक में एक प्रमुख ईरान समर्थक समूह, कताएब हिजबुल्लाह ने कहा कि वो अमेरिकी सैनिकों पर अपने हमले रोक देगा, लेकिन अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि वो जवाबी कार्रवाई के साथ आगे बढ़ेंगे और आतंकवादियों को शब्दों के बजाय एक्शन से जवाब देंगे। फिलहाल इन सब बातों से तो यही लगता है कि आगे आने वाले समय में एक और जंग की शुरूआत होने वाली है, जिसकी तस्वीर अभी से नजर आ रही है और अगर ऐसा हुआ तो कितनी तबाही होगी उसका अंदाजा आप खुद लगा सकते हैं।