Nepal New Govt: भारत के पड़ोसी देश नेपाल से बड़ी खबर सामने आई है। नेपाल के पूर्व पीएम केपी शर्मा ओली ने नई सरकार बनाने का दावा पेश किया है। यह दावा उन्होंने तब किया है, जब हाल ही में पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ संसद में विश्वास मत हासिल नहीं कर पाए। इसके बाद ही केपी ओली ने राष्ट्रपति के सामने 166 सांसदों के समर्थन होने का दावा किया। उनकी खुद की पार्टी UML को 78 तो वहीं नेपाली कांग्रेस के 88 सांसद शामिल हैं।
बता दे, नेपाल में पिछले 15 सालों में 14 सरकारें बनी हैं। केपी ओली के नेतृत्व में बनने वाली संभावित सरकार इस अवधि के दौरान की 14वीं सरकार होगी। केपी शर्मा ओली दो बार प्रधानमंत्री रह चुके हैं। ओली इस बार नई सरकार का गठन कर लेते हैं तो यह उनका तीसरा टर्म होगा।
केपी ओली के साथ होगी नेपाली कांग्रेस
केपी शर्मा ओली अब तक पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ की कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल के साथ गठबंधन में सरकार का हिस्सा थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मार्च महीने में ही उन्होंने ‘प्रंचड’ को समर्थन दिया था। तब नेपाली कांग्रेस ने ‘प्रचंड’ की पार्टी के साथ गठबंधन से किनारा कर लिया था और नेपाली कांग्रेस ने विपक्ष में रहने का फैसला किया था। अब नेपाली कांग्रेस केपी ओली की कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल के साथ सरकार का हिस्सा हो सकती है।
‘प्रचंड’ को संसद में मिले 63 वोट
पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ को संसद में विश्वास मत में हार का सामना करना पड़ा। सत्ता बनाए रखने के लिए 275 सदस्यीय सदन में दहल को कम से कम 138 वोटों की जरूरत थी, लेकिन मौजूद 258 सांसदों में से सिर्फ 63 ने ही उनके पक्ष में मतदान किया, जबकि 194 सांसदों ने उनके खिलाफ मतदान किया और 1 ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया।
सहयोगी दल को बदला 3 बार, फिर भी नहीं बची सरकार
प्रधानमंत्री के रूप में अपने तीसरे कार्यकाल के दौरान पुष्प कमल दहल ने अपने मुख्य गठबंधन सहयोगी को तीन बार बदला और उन्हें पांच बार संसद में विश्वास मत हासिल करना पड़ा था। उन्होंने दिसंबर 2022 में अपने तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ लिया। उन्हें शुक्रवार को विश्वास मत में हार मिली और उन्हें पीएम पद से हाथ धोना पड़ा।