अतीक और उसके भाई की हत्या के बाद इस हत्या के बारे में कई तरह की बाते हो रही है. पुलिस कस्टडी में हुई ये हत्या वैसे ही लोकतंत्र और कानूनव्यवस्था के मुंह पर एक करारा तमाचा है. हत्या करने वालों के पास से जो आधुनिक हथियार मिले हैं उससे कहानी कई दूसरी भी हो सकती है. मीडिया कर्मियों और पुलिस की मौजूदगी में हुई ये हत्या पूरे देश ने देखी. कैसे बेखौफ आए हत्यारों ने पुलिस के सामने ही गोली मारकर अतीक और उसके भाई का अंत कर दिया.इन तीनों हत्यारों की पहचान बांदा निवासी 22 वर्षीय लवलेश तिवारी. यूपी के हमीरपुर के रहने वाले 23 साल के मोहित उर्फ सन्नी, यूपी के कासगंज का रहने वाला मात्र 18 साल के अरूण मौर्य के रूप मे हुई है.इनके खिलाफ FIR दर्ज हो गई है. इन तीनों के घर की आर्थिक स्थिति ज्यादा मजबूत नहीं है और इनके पास इतने मंहगे हथियार कहां से आए ये सवाल इस समय सबसे ज्यादा उठ रहा है. साथ ही केवल नाम कमाने के लिए इतना बड़ा रिस्क लेने की बात बी किसी के गले नहीं उतर रही हैं.
आपको बता दे यूपी के चर्चित माफिया अतीक अहमद की शनिवार की रात प्रयागराज के कॉल्विन हॉस्पिटल में गोली मारकर हत्या कर दी गई. अतीक और अतीक के भाई अशरफ को यहां मेडिकल चेकअप के लिए लाया गया था. ये तीनों हमलावार यहां पर बाइक से पहुंचे थे. ये तीनों पहले से ही अपराध की दुनियां में घुसे हुए थे. इन तीनो ने इस हत्या का मकसद भी नाम कमाना बताया लेकिन इसके पीछे किसी और बड़ी साजिश से भी इंकार नहीं किया जा सकता है. यूपी पुलिस जांच में लगी हुई है विपक्ष प्रदेश में खराब कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहा है. वहीं कुछ लोग अतीक के अंत को एक नई शुरूआत भी कह रहे हैं लेकिन अतीक के साथ साथ ये न्याय व्यवस्था, कानून व्यवस्था का अंत भी इस घटना में नजर आ रहा है. पुलिस ने इन हमलावारों पर गोली क्यों नहीं चलाई इस पर भी सवाल उठ रहे हैं.