Vinesh Phogat Medal Case Hearing Complete: पेरिस ओलंपिक में भारत अब तक 5 मेडल जीत चुका है। इनमें चार ब्रॉन्ज और एक सिल्वर मेडल है। विनेश फोगाट के मेडल मामले की सुनवाई भी पूरी हो चुकी है। वहीं, इस मामले पर फैसला 9 या 10 अगस्त तक आ सकता है।
विनेश की तरफ से सुनवाई के दौरान दिए गए ये चार तर्क
1. विनेश ने दलील दी कि उन्होंने कोई धोखाधड़ी नहीं की।
2. उनका वजन बढ़ना शरीर की नेचुरली रिकवरी प्रक्रिया के कारण था।
3. विनेश ने दलील में कहा कि अपने शरीर की देखभाल करना एथलीट का मौलिक अधिकार है।
4. विनेश की ओर से ये भी तर्क दिया गया कि प्रतियोगिता के पहले दिन उसके शरीर का वजन निर्धारित सीमा से कम था। वजन केवल रिकवरी के कारण बढ़ा और यह धोखाधड़ी का मामला नहीं है। अपने शरीर को स्वस्थ होने के लिए आवश्यक पोषक तत्वों की पूर्ति करना उनका मौलिक अधिकार है।
विनेश ने 7 अगस्त को किया था आवेदन दायर
CAS ने शुक्रवार को कहा, “भारतीय पहलवान विनेश फोगाट द्वारा 7 अगस्त 2024 को एक आवेदन दायर किया गया था, जिसमें महिला फ़्रीस्टाइल 50 किग्रा प्रतियोगिता के स्वर्ण पदक मैच से पहले उनके दूसरे वेट-इन में असफल होने के कारण यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) द्वारा उन्हें बदलने के निर्णय के संबंध में आवेदन किया गया था।”
क्यूबा की लोपेज को हराकर फाइनल में किया था प्रवेश
भारतीय पहलवान फोगाट ने पेरिस ओलंपिक में महिलाओं की फ्रीस्टाइल 50 किग्रा स्पर्धा में क्यूबा की लोपेज को हराकर फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था।
फोगाट ने ‘तत्काल अंतरिम उपायों’ की मांग नहीं की
सीएएस ने अपने बयान में कहा, “फोगाट ने शुरू में सीएएस एड हॉक डिवीजन से चुनौती दिए गए निर्णय को रद्द करने और फाइनल मैच से पहले एक और वजन करने का आदेश देने के साथ-साथ यह घोषणा करने की मांग की थी कि उन्हें फाइनल में भाग लेने के लिए योग्य घोषित किया जाए।”