Priyanka Gandhi Political Journey: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक प्रेस कान्फ्रेंस की। इस दौरान खडगे ने बताया कि राहुल गांघी रायबरेली से सांसद बने रहेंगे। साथ ही खडगे ने घोषणा की कि प्रियंका गांधी वायनाड सीट से उपचुनाव लड़ेंगी। प्रियंका गांधी अपने राजनीतिक करियर में पहली बार चुनाव लड़ती हुई नजर आयेंगी। इससे पहले उन्होंने कोई भी चुनाव नहीं लड़ा है।
रायबरेली और अमेठी से मेरा पुराना रिश्ता- प्रियंका गांधी
प्रियंका गांधी ने कहा, वायनाड का प्रतिनिधित्व करने को लेकर मुझे काबिल समझने के लिए मैं खुश हूं। मैं वायनाड को राहुल गांधी की अनुपस्थिति महसूस नहीं होने दूंगी। मैं कड़ी मेहनत करूंगी। सभी को खुश करने और अच्छा प्रतिनिधि बनने की पूरी कोशिश करूंगी। मेरा भी रायबरेली और अमेठी से बहुत पुराना रिश्ता है। इस रिश्ते को तोड़ा नहीं जा सकता है। मैं भी रायबरेली में अपने भाई की मदद करूंगी। हम दोनों रायबरेली और वायनाड के लिए खड़े रहेंगे।
2019 में कांग्रेस ने बनाया था महासचिव
2019 के आम चुनाव से पहले प्रियंका गांधी को कांग्रेस ने महासचिव बनाया था। पूर्वी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी सौंपी थी, लेकिन राहुल गांधी अमेठी से चुनाव हार गए थे। इसके बाद वर्ष 2022 में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव हुए तो प्रियंका गांधी के हाथ एक बार फिर से निराशा लगी। कांग्रेस महज दो सीटों पर सिमट गई। ऐसा लगने लगा था कि प्रियंका उत्तर प्रदेश की राजनीति को अलविदा कह देंगी।
लड़की हूं लड़ सकती हूं कैंपेन की शुरुआत
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर प्रियंका गांधी ने एक बार फिर यूपी में अपने अभियान ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ के तहत एक रैली का नेतृत्व किया था। लखनऊ में प्रियंका गांधी के इस मार्च में उनके साथ सैकड़ों महिलाएं भी शामिल हुई थीं।