NEET Paper Leak Case: नीट-यूजी पेपर लीक मामले में गुरुवार को CBI ने चार्जशीट दाखिल की है। इस मामले में CBI ने 13 लोगों के नाम दर्ज किए हैं, जिनमें चार अभ्यर्थी, एक जूनियर इंजीनियर और दो सरगनाओं के नाम शामिल है। नीट-यूजी पेपर लीक मामले को लेकर विद्यार्थियों में आक्रोश जारी है। लोग इसके खिलाफ संसद से लेकर सड़क तक हंगामा कर रहे थे। अब ये मामला कोर्ट जा पहुंचा है।
चार्जशीट में दर्ज हैं इनके नाम
सीबीआई द्वारा बनाई गई इस चार्जशीट में कुछ छात्रों के माता-पिता के नाम भी दर्ज हैं। इस मामले में नीतीश कुमार और अमित आनंद दो मुख्य आरोपी बनाए गए हैं, जबकि आरोपपत्र में चार अन्य आयुष कुमार, अनुराग यादव, अभिषेक कुमार और शिवनंदन कुमार का नाम भी दर्ज है। बिहार के दानापुर नगर परिषद के जूनियर इंजीनियर सिकंदर यादवेंदु का नाम भी इसमें शामिल है।
NEET Paper Leak Case: इस धारा के तहत दर्ज हुआ मुकदमा
चार परीक्षार्थियों समेत सभी 13 आरोपियों पर आपराधिक विश्वासघात और आपराधिक साजिश से संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। सीबीआई का मानना है कि पटना के गोपालपुर निवासी नीतीश कुमार मुख्य आरोपी है और कथित तौर पर चार सेंटर्स में से एक है। उसने अमित आनंद और सिकंदर यादवेंदु के साथ मिलकर 30-32 लाख रुपये में पेपर बेचा था।
NEET Paper Leak Case: CBI की चार्जशीट में क्या कहा गया?
चार्जशीट में कहा गया है, “4 मई की रात यानी परीक्षा की पूर्व संध्या पर अमित ने चार छात्रों को बुलाया और लीक हुए प्रश्नपत्र को हल करने और उत्तर याद करने के लिए कहा।” इस मामले में एक अधिकारी ने कहा कि CBI ने आरोपियों के खिलाफ सबूत जुटाने के लिए उन्नत फोरेंसिक तकनीक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, सीसीटीवी फुटेज और लोकेशन एनालिसिस समेत अन्य तकनीक का इस्तेमाल किया है, जिसे अदालत के सामने पेश किया गया है।
अधिकारी ने बताया, ‘सीबीआई अन्य आरोपियों/संदिग्धों के खिलाफ और मामले के अन्य पहलुओं पर आगे की जांच जारी रखे हुए है। कई अन्य आरोपी पहले से ही हिरासत में हैं। जब अन्य लोगों के खिलाफ जांच पूरी हो जाएगी, तो आरोपपत्र फिर दाखिल किया जाएगा।’ बता दें कि अब तक CBI ने इस मामले में 40 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें बिहार पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए 15 लोग भी शामिल हैं।
चार्जशीट की मुख्य बातें
चार्जशीट में कहा गया हैं कि नीतीश कुमार को इस साल की शुरुआत में बिहार लोक सेवा (BPSC) परीक्षा में कथित पेपर लीक के सिलसिले में जेल भी जाना पड़ा था। मुंगेर के मंगल बाजार निवासी अमित आनंद ने सीबीआई को बताया है कि प्रश्नपत्र परीक्षा से एक दिन पहले 4 मई को लीक हुआ था। पटना के राजीव नगर में रहने वाले जमुई निवासी आशुतोष कुमार को ‘सेटर’ अमित आनंद का सहयोगी माना जाता है।
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चार्जशीट में यह भी बताया गया हैं कि नालंदा के एकंगरसराय निवासी 35 वर्षीय रोशन कुमार राजीव नगर में रहते हैं और अमित आनंद के सहयोगी है। कथित तौर पर उनकी भूमिका उम्मीदवारों को प्रश्नपत्र खरीदने के लिए राजी करना था और पटना के दानापुर के अनुराग यादव ने कथित तौर पर ‘सेटर’ से संपर्क किया था।