भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को प्रतिष्ठित भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। एक्स पर पोस्ट करके PM मोदी ने आज जानकारी दी हैं कि दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। प्रधानमंत्री ने भारत के विकास में लालकृष्ण आडवाणी के योगदान को सराहनीय बताया।
एक्स पर पोस्ट करते हुए पीएम ने लिखा कि उन्हें आडवाणी के साथ बातचीत करने और उनसे सीखने का सौभाग्य मिला। आडवाणी जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाना मेरे लिए बहुत भावुक क्षण है। लालकृष्ण आडवाणी जी की जीवन में दशकों लंबी सेवा को पारदर्शिता और अखंडता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता द्वारा चिह्नित किया गया है, जिसने राजनीतिक नैतिकता में एक अनुकरणीय मानक स्थापित किया है। उन्होंने राष्ट्रीय एकता और सांस्कृतिक पुनरुत्थान को आगे बढ़ाने की दिशा में अद्वितीय प्रयास किए हैं। लालकृष्ण आडवाणी का जीवन जमीनी स्तर पर काम करने से शुरू हुआ था और अभी हमारे उप प्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा करने तक हैं।
I am very happy to share that Shri LK Advani Ji will be conferred the Bharat Ratna. I also spoke to him and congratulated him on being conferred this honour. One of the most respected statesmen of our times, his contribution to the development of India is monumental. His is a… pic.twitter.com/Ya78qjJbPK
— Narendra Modi (@narendramodi) February 3, 2024
लालकृष्ण आडवाणी ने अपनी लंबी राजनीतिक पारी के दौरान उपप्रधानमंत्री, विपक्ष के नेता और भाजपा अध्यक्ष जैसे कई पदों पर काम किया हैं।
कभी लौह पुरुष और कभी BJP का असली चेहरा कहे जाने वाले लालकृष्ण आडवाणी का जन्म: 8 नवम्बर 1927 को हुआ था । आडवाणी BJP के एक वरिष्ठ नेता हैं। भारतीय राजनीति में BJP को एक प्रमुख पार्टी बनाने में आडवाणी ने एक महत्वपुर्ण भूमीका निभाई हैं। उनका यह योगदान सर्वोपरि भी कहा जा सकता है। आडवाणी कई बार BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने जनवरी 2008 में लोकसभा चुनावों को आडवाणी के नेतृत्व में लड़ने तथा जीतने के बाद आडवाणी को प्रधानमन्त्री बनाने की घोषणा की थी। कुल मिलाकर हम यह कह सकते हैं कि BJP के आजतक के इतिहास में लालकृष्ण आडवाणी एक स्मारकीय अध्याय हैं ।
भारत रत्न पुरस्कार 1954 में स्थापित किया गया था। भारत रत्न पुरस्कार, भारत का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है। भारत रत्न से उन व्यक्तियों को सम्मानित किया जाता है, जिन्होंने अपने क्षेत्र में अद्भुत योगदान दिया हो। अब तक 50 व्यक्तियों को दिया गया है, जिनमें से 17 को मरणोपरांत प्रदान किया गया है।
भारत रत्न पुरस्कार विजेताओं की सूची
- वर्ष 1954- चक्रवर्ती राजगोपालाचारी (राजनेता, लेखक, वकील और स्वतंत्रता कार्यकर्ता)
- वर्ष 1954- सर्वपल्ली राधाकृष्णन (दार्शनिक, राजनीतिज्ञ और भारत के पूर्व राष्ट्रपति)
- वर्ष 1954- चन्द्रशेखर वेंकट रमन (भौतिक विज्ञानी)
- वर्ष 1955- भगवान दास (स्वतंत्रता कार्यकर्ता, दार्शनिक और शिक्षाविद्)
- वर्ष 1955- मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया (सिविल इंजीनियर, राजनेता और मैसूर के दीवान)
- वर्ष 1955- जवाहरलाल नेहरू (स्वतंत्रता कार्यकर्ता, लेखक और भारत के पूर्व प्रधान मंत्री)
- वर्ष 1957- गोविंद बल्लभ पंत (स्वतंत्रता सेनानी)
- वर्ष 1958- धोंडो केशव कर्वे (समाज सुधारक और शिक्षक)
- वर्ष 1961- बिधान चंद्र रॉय (चिकित्सक, राजनीतिक नेता, परोपकारी, शिक्षाविद् और सामाजिक कार्यकर्ता)
- पुरूषोत्तम दास टंडन (स्वतंत्रता कार्यकर्ता)
- वर्ष 1962- राजेंद्र प्रसाद (स्वतंत्रता कार्यकर्ता, वकील, राजनेता, विद्वान और भारत के पूर्व राष्ट्रपति)
- - नेल्सन रोलीहलाहला मंडेला (रंगभेद विरोधी कार्यकर्ता)
- वर्ष 1991- राजीव गांधी (मरणोपरांत) (राजनेता और भारत के पूर्व प्रधान मंत्री)
- वर्ष 1991- सरदार वल्लभभाई पटेल (मरणोपरांत) (स्वतंत्रता कार्यकर्ता)
- वर्ष 1991- मोरारजी रणछोड़जी देसाई (स्वतंत्रता कार्यकर्ता और भारत के प्रधान मंत्री)
- वर्ष 1992- मौलाना अबुल कलाम आज़ाद (मरणोपरांत) (स्वतंत्रता कार्यकर्ता)
- वर्ष 1992- जहांगीर रतनजी दादाभाई टाटा (उद्योगपति)
- वर्ष 1992- सत्यजीत रे (फिल्म निर्माता)
- वर्ष 1997- गुलज़ारी लाल नंदा (स्वतंत्रता कार्यकर्ता)
- वर्ष 1997- अरुणा आसफ अली (मरणोपरांत) (स्वतंत्रता कार्यकर्ता)
- वर्ष 1997- एपीजे अब्दुल कलाम (एयरोस्पेस, रक्षा वैज्ञानिक और भारत के पूर्व राष्ट्रपति)
- वर्ष 1998- मदुरै शन्मुखवदिवु सुब्बुलक्ष्मी (कर्नाटक शास्त्रीय गायिका)
- वर्ष 1998- चिदम्बरम सुब्रमण्यम (स्वतंत्रता कार्यकर्ता)
- वर्ष 1999- जयप्रकाश नारायण (मरणोपरांत) (स्वतंत्रता कार्यकर्ता, समाज सुधारक)
- वर्ष 1999- अमर्त्य सेन (अर्थशास्त्री)
- वर्ष 1999- लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई (मरणोपरांत) (स्वतंत्रता कार्यकर्ता)
- वर्ष 1999- रविशंकर (सितार वादक)
- वर्ष 2001- लता दीनानाथ मंगेशकर (पार्श्व गायिका)
- वर्ष 2001- उस्ताद बिस्मिल्लाह खान (हिंदुस्तानी शास्त्रीय शहनाई वादक)
- वर्ष 2009- भीमसेन गुरुराज जोशी (हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायक)
- वर्ष 2014- सीएनआर राव (रसायनज्ञ और प्रोफेसर)
- वर्ष 2014- सचिन रमेश तेंदुलकर (क्रिकेटर)
- वर्ष 2015- अटल बिहारी वाजपेयी (राजनेता और भारत के पूर्व प्रधान मंत्री)
- वर्ष 2015- मदन मोहन मालवीय (मरणोपरांत) (विद्वान और शिक्षा सुधारक)
- वर्ष 2019- नानाजी देशमुख (मरणोपरांत) (सामाजिक कार्यकर्ता)
- वर्ष 2019- भूपेन्द्र कुमार हजारिका (मरणोपरांत) (पार्श्व गायक, गीतकार, संगीतकार, कवि और फिल्म निर्माता)
- वर्ष 2019- प्रणब मुखर्जी (राजनेता और भारत के पूर्व राष्ट्रपति)
- वर्ष 2024- कर्पूरी ठाकुर (मरणोपरांत) (राजनेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री)
- वर्ष 2024- लाल कृष्ण आडवाणी (राजनेता और पूर्व उप प्रधान मंत्री)