राजस्थान के कोटा में एक बड़ा हादसा हो गया हैं। कोटा शहर में महाशिवरात्रि पर निकाली जा रही शिव बारात के दौरान एक हादसा हुआ। जहां एक्सटेंशन वायर की चपेट में आने से 14 बच्चे जल गए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एक बच्चे की हालत नाजुक बनी हुई है, सभी बच्चों को एमबीएस अस्पताल में भर्ती करवाया गया हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पता प्राप्त जानकारी के मुताबिक यह हादसा कोटा के कुल्हाड़ी थर्मल चौराहे के पास हुआ करीब 12 बच्चे करीब 12:00 बजे शिव बारात में धार्मिक झंडा लेकर चल रहे थे। इसी दौरान एक झंडा हाई टेंशन लाइन से टच हो गया। इसके बाद यह बड़ा हादसा हुआ घटना के बाद इलाके में अफरा तफरी मच गई पास खड़े लोगों ने बच्चों को पास के अस्पताल में पहुंचाया।
#WATCH | Rajasthan: Kota SP Amrita Duhan says, "It's a very sad incident. People from the Kaali Basti were gathered here with their Kalash, a child was carrying a pipe of 20-22 ft that touched the high-tension wire. In an attempt to save that child, all the children present there… https://t.co/wbKIEB0GN7 pic.twitter.com/VkNZOSk371
— ANI (@ANI) March 8, 2024
हादसे के बाद मेडिकल टीम अलर्ट पर हुई घायल बच्चों के परिजनों में अस्पताल पहुंचकर आयोजन की पिटाई कर दी मौके पर मौजूद एक शख्स ने बताया कि एक बच्चा 70 फीसदी तक तो दूसरा बच्चा करीब 50 फीसदी तक झुलस चुका है बाकी बच्चों को हल्की-फुल्की चौट आई हैं।
इस हादसे की जानकारी मिलने के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला जी अस्पताल पहुंचे राज्य के ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर और अन्य अधिकारी भी एमबीएस अस्पताल में नजर आए पत्रकारों से बात करने हुए करते हुए ओम बिरला ने कहा कि यह घटना बेहद दुख है। ऐसा क्यों हुआ इसकी जांच कराई जाएगी फिलहाल सभी बच्चों को इलाज किया जा रहा हैं।
#WATCH | Kota: Rajasthan Minister Heeralal Nagar says, "It's a very sad incident… Two children are seriously injured with one having 100% burns. A special team has been formed to provide all possible treatment. Officials are directed to investigate if there has been any kind of… pic.twitter.com/NdWCJorSjq
— ANI (@ANI) March 8, 2024
कोटा एसपी अमृता दुहन का कहना है, “यह बहुत दुखद घटना है। काली बस्ती के लोग अपने कलश के साथ यहां एकत्र हुए थे, एक बच्चा 20-22 फीट का पाइप ले जा रहा था जो हाई-टेंशन तार को छू गया। उस बच्चे को बचा लीजिए, वहां मौजूद सभी बच्चे करंट की चपेट में आ गए। प्राथमिकता उन्हें उचित इलाज देने की है। एक की हालत गंभीर है और वह 100% जल चुका है। जांच शुरू कर दी गई है और अगर किसी की ओर से कोई लापरवाही हुई है तो सामने आ जाएगी रिपोर्ट में। एक बच्चे को छोड़कर जिसकी उम्र 25 साल है, बाकी बच्चे 14 साल से कम उम्र के हैं।