पंजाब की फरीदकोट सीट को कांग्रेस का गढ़ माना जाता है। इस सीट पर दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के हत्यारों में से एक बेअंत सिंह के बेटे सरबजीत सिंह खालसा ने भी चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। वह फरीदकोट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। फरीदकोट सीट पर आम आदमी पार्टी ने करमजीत अनमोल को अपना कैंडिडेट बनाया है तो वहीं भारतीय जनता पार्टी ने हंसराज हंस को मैदान में उतारा है। ये दोनों ही सिंगर हैं।
सरबजीत सिंह 45 साल के हैं। शुरुआत में वह चुनाव लड़ने के मूड में नहीं थे। उनका कहना है कि फरीदकोट के लोगों ने उनसे अनुरोध किया, जिसके बाद उन्होंने चुनाव लड़ने का फैसला किया है। सरबजीत 2004 का लोकसभा चुनाव और 2007 का विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं, लेकिन हर बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। हालांकि, उनकी मां बिमल कौर साल 1989 में रोपड़ सीट से चुनाव लड़ी थीं और जीतकर संसद पहुंची थीं।
एक मीडिया चैनल से बात करते हुए सरबजीत सिंह ने कहा कि मेरे पास जीतने का मौका है, क्योंकि वह बेअदबी के उन मुद्दों के बारे में बात कर रहे हैं, जिन पर कोई भी ध्यान नहीं दे रहा है। उन्होंने आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के बारे में कहा कि करमजीत लोगों से जुड़ नहीं पा रहे हैं और किसान गायक हंसराज के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। इन्हीं मुद्दों को देखकर उनको लगता है कि वह जीतेंगे।
आपको बता दें कि पंजाब की 13 लोकसभा सीटों पर 1 जून को वोटिंग होनी है। देखना होगा कि इस सीट से कौन जीतता है और जीतकर लोकसभा पहुंचता है।