Mahakumbh Mela 2025: प्रयागराज का एक व्यक्ति, जिसे महाकुंभ भगदड़ के बाद मृत मान लिया गया था, मंगलवार को घर लौटा तो पाया कि उसके पड़ोस के लोग उसकी तेरहवीं के लिए इकट्ठा हुए हैं। यह एक आश्चर्यकारी मोड़ था जिसने सभी को हैरान कर दिया।
भगदड़ में मृत माने गए व्यक्ति की कहानी
खूंटी गुरु नामक व्यक्ति 28 जनवरी की शाम को यह कहकर निकले थे कि वह मौनी अमावस्या पर संगम में स्नान करने जा रहे हैं। अगली सुबह जब भगदड़ मची और उसका कोई सुराग नहीं मिला तो उसके पड़ोसियों ने मान लिया कि वह मर चुका है। कई दिनों के बाद जब तलाशी अभियान के बावजूद गुरु का पता नहीं चल पाया तो उन्होंने रीति-रिवाज के अनुसार अंतिम संस्कार किया।
घर वापसी और पड़ोसियों की प्रतिक्रिया
मंगलवार को जब गुरु घर लौटे तो पड़ोसियों ने उनकी तेरहवीं के लिए इकट्ठा हुए थे। गुरु ने मुस्कुराते हुए पूछा, “आप सब क्या कर रहे हैं?” सामाजिक कार्यकर्ता अभय अवस्थी ने बताया कि गुरु की घर वापसी से सभी हैरान रह गए।
महाकुंभ भगदड़ की घटना
29 जनवरी को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ मेले में मची भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई और 60 लोग घायल हो गए। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बयान में कहा कि मौनी अमावस्या के लिए मेले में उमड़ी भारी भीड़ और उसी समय संगम नोज की ओर बढ़ रहे लोगों की वजह से प्रशासन परेशान है।
महाकुंभ भगदड़ में मृत माने गए व्यक्ति की घर वापसी एक आश्चर्यकारी मोड़ था जिसने सभी को हैरान कर दिया। यह घटना हमें जीवन की अनिश्चितता की याद दिलाती है और हमें अपने प्रियजनों की सुरक्षा के लिए हमेशा तैयार रहने की आवश्यकता को दर्शाती है।