Supreme Court Judges Assets: सुप्रीम कोर्ट की फुल कोर्ट ने यह तय किया है कि जजों को पद संभालते ही अपनी संपत्तियों का पूरा ब्योरा सार्वजनिक करना चाहिए। चीफ जस्टिस भी अपनी संपत्ति को सार्वजनिक करेंगे। यह फैसला न्यायपालिका में पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा देने के लिए किया गया है।
सीजेआई और जजों की संपत्ति सार्वजनिक
सीजेआई और जज अपनी संपत्तियों का पूरा ब्योरा स्वेच्छा से सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर सार्वजनिक करेंगे। मौजूदा समय में सीजेआई सहित सुप्रीम कोर्ट में कुल 30 जजों ने अपनी संपत्तियों का ब्योरा सार्वजनिक किया है। इनमें सीजेआई संजीव खन्ना से लेकर जस्टिस बीआर गवई, जस्टिस सूर्यकांत, जस्टिस अभय एस ओक, जस्टिस जेके माहेश्वरी, जस्टिस बीवी नागरत्ना जैसे जज शामिल हैं।
जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ जांच
यह खबर ऐसे समय पर सामने आई है, जब हाल ही में जस्टिस यशवंत वर्मा के आवास से कैश बरामद किया गया था। कैश मिलने के मामले की जांच के लिए सीजेआई संजीव खन्ना ने 22 मार्च को जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ तीन सदस्यीय आंतरिक जांच शुरू की थी। आरोप है कि जस्टिस वर्मा के आधिकारिक आवासीय परिसर से नोटों की गड्डियां पाई गई थीं, जहां 14 मार्च को आग लग गई थी। नोटों की ये गड्डियां आग बुझाने वाली फायर ब्रिगेड की टीम ने स्टोर रूम में देखी थीं। आग की चपेट में आने से बहुत सारे नोट जल गए थे।
न्यायपालिका में पारदर्शिता
सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से न्यायपालिका में पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा मिलेगा। यह फैसला न्यायपालिका में विश्वास को बढ़ाने में मदद करेगा।
सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर जानकारी
सीजेआई और जज अपनी संपत्तियों का पूरा ब्योरा स्वेच्छा से सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर सार्वजनिक करेंगे। यह जानकारी सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर उपलब्ध होगी।
न्यायपालिका में सुधार
सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से न्यायपालिका में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। यह फैसला न्यायपालिका में पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा देने में मदद करेगा।