CM Yogi Adityanath: योगी सरकार प्रदेश में पिछड़े वर्ग के छात्रों को रोजगार प्रशिक्षण दिलाकर उन्हें भविष्य की राह दिखा रही है। इसी कड़ी में सरकार द्वारा पिछड़ा वर्ग के बेरोजगार युवक-युवतियों के लिए ‘ओ’ लेवल और ट्रिपल सी कंप्यूटर प्रशिक्षण योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2024-25 में ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू की गई है। इस योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर पिछड़ा वर्ग के शिक्षित बेरोजगारों को तकनीकी शिक्षा प्रदान कर उन्हें रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध कराना है।
योजना के पात्रता मानदंड के अनुसार, अभ्यर्थी को इंटरमीडिएट उत्तीर्ण होना चाहिए और उसके माता-पिता/अभिभावकों की वार्षिक आय 1 लाख रुपए से अधिक नहीं होनी चाहिए। प्रशिक्षण राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (नीलिट) से मान्यता प्राप्त संस्थानों द्वारा प्रदान किया जाएगा।
अपलोड करने होंगे दस्तावेज
प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेंद्र कश्यप ने बताया कि इच्छुक अभ्यर्थी पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, उत्तर प्रदेश की वेबसाइट https://backwardwelfareup.gov.in पर जाकर कंप्यूटर प्रशिक्षण पोर्टल https://obccomputertraining.upsdc.gov.in पर 12 अगस्त 2024 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन के साथ शैक्षिक और अन्य आवश्यक दस्तावेजों को अपलोड करना अनिवार्य है और हार्ड कॉपी संबंधित जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी के कार्यालय में जमा करनी होगी।
पहले आवेदन की अंतिम तिथि 5 अगस्त 2024 निर्धारित थी, जिसे छात्रों के हितों को देखते हुए बढ़ाकर 12 अगस्त 2024 कर दिया गया है। प्रशिक्षणार्थियों के चयन के बाद 27 अगस्त 2024 से उनके प्रशिक्षण की शुरुआत की जाएगी।
पिछड़ा वर्ग के छात्रों को रोजगार से जोड़ने का प्रयास
निदेशक पिछड़ा वर्ग कल्याण डॉ. वंदना वर्मा ने बताया कि संशोधित समय सारिणी पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग की वेबसाइट और कंप्यूटर प्रशिक्षण पोर्टल पर उपलब्ध है। सरकार की इस पहल से प्रदेश के पिछड़ा वर्ग के युवक-युवतियों को तकनीकी शिक्षा में निपुण बनने और आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिलेगा।
उल्लेखनीय है कि योगी सरकार प्रदेश के पिछड़ा वर्ग के हितों को ध्यान में रखकर कई तरह की योजनाएं चलाती है। इसमें उन्हें वित्तीय सहायता के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए प्रशिक्षण भी दिया जाता है। साथ ही, पिछड़े वर्ग के छात्रों के लिए कई प्रशिक्षण योजनाएं और कार्यक्रम उपलब्ध हैं, जो उन्हें कौशल विकास और रोजगार के अवसर प्रदान करने में मदद करते हैं।