Vinesh Phogat Medal Appeal Reject CAS: पेरिस ओलंपिक 2024 के बाद CAS ने विनेश फोगाट को तगड़ा झटका दिया है। स्टार रेसलर विनेश फोगाट ने सिल्वर मेडल के लिए कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) में केस दायर किया था। इस मामले पर CAS ने बड़ा फैसला सुनाया है। विनेश फोगाट की दायर की गई अपील को CAS ने खारिज कर दिया है। इस फैसले के बाद विनेश को सिल्वर मेडल नहीं दिया जाएगा।
बता दें कि पहले इस मामले में फैसला 13 अगस्त को आना था, लेकिन फैसले की तारीख बढ़ाकर 16 अगस्त कर दी गई थी। मगर अब इस फैसले का ऐलान उससे पहले ही कर दिया गया है।
वहीं, इस फैसले को आने के बाद भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की अध्यक्ष डॉ. पीटी उषा ने खेल पंचाट न्यायालय (सीएएस) के एकमात्र मध्यस्थ द्वारा युनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) और अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के खिलाफ पहलवान विनेश फोगट की याचिका खारिज करने के फैसले पर आश्चर्य और निराशा व्यक्त की है।
The Indian Olympic Association (IOA) President Dr PT Usha has expressed her shock and disappointment at the decision of the Sole Arbitrator at the Court of Arbitration for Sport (CAS) to dismiss wrestler Vinesh Phogat’s application against the United World Wrestling (UWW) and the… pic.twitter.com/8OWDh3UT8O
— ANI (@ANI) August 14, 2024
CAS द्वारा विनेश फोगाट का आवेदन खारिज किए जाने पर बॉक्सर विजेंदर सिंह ने कहा, “यह हमारे लिए बहुत दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण बात है। अगर वह फाइनल तक पहुंच जाती तो हम ओलंपिक में स्वर्ण जीत सकते थे। हम विनेश के साथ खड़े हैं और हमेशा उसका समर्थन करेंगे। यह एक दुखद खबर है और मैं इस खबर से खुश नहीं हूं।”
#WATCH | Delhi: On Vinesh Phogat’s application dismissed by CAS | Boxer Vijender Singh says, "This is a very sad and unfortunate thing for us…We could have won gold in the Olympics if she had made it through the finals. We are standing with Vinesh and will always support… pic.twitter.com/lU7f46gfGc
— ANI (@ANI) August 14, 2024
बता दें कि भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने एक बयान में कहा था कि ” खेल पंचाट के तदर्थ प्रभाग के अध्यक्ष ने विनेश फोगाट बनाम यूनाईटेड विश्व कुश्ती (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) और अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति मामले में एकमात्र मध्यस्थ डॉ. एनाबेले बेनेट को अपना फैसला सुनाने के लिए शुक्रवार 16 अगस्त 2024 पेरिस समय के अनुसार शाम छह बजे (भारतीय समयानुसार रात साढ़े नौ बजे) तक अनुमति दी थी।” लेकिन फैसले को 14 अगस्त को ही सुना दिया गया।
क्या था मामला?
विनेश को 100 ग्राम वजन ज्यादा होने की वजह से फाइनल के लिए डिसक्वालीफाई कर दिया गया था। इससे उनका मेडल जीतने का सपना अधूरा रह गया। विनेश ने इसके खिलाफ CAS में अपील की थी।
16 अगस्त को आने वाला फैसला यह भी तय करेगा कि वजन नापने को लेकर यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग के मौजूदा नियम बने रहेंगे या इनमें बदलाव होगा। अगर विनेश के पक्ष में फैसला आता है तो UWW को नियम बदलने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
विनेश की तरफ से सुनवाई के दौरान दिए गए ये चार तर्क
1. विनेश ने दलील दी कि उन्होंने कोई धोखाधड़ी नहीं की।
2. उनका वजन बढ़ना शरीर की नेचुरली रिकवरी प्रक्रिया के कारण था।
3. विनेश ने दलील में कहा कि अपने शरीर की देखभाल करना एथलीट का मौलिक अधिकार है।
4. विनेश की ओर से ये भी तर्क दिया गया कि प्रतियोगिता के पहले दिन उसके शरीर का वजन निर्धारित सीमा से कम था। वजन केवल रिकवरी के कारण बढ़ा और यह धोखाधड़ी का मामला नहीं है। अपने शरीर को स्वस्थ होने के लिए आवश्यक पोषक तत्वों की पूर्ति करना उनका मौलिक अधिकार है।
विनेश ने 7 अगस्त को किया था आवेदन दायर
CAS ने शुक्रवार को कहा, “भारतीय पहलवान विनेश फोगाट द्वारा 7 अगस्त 2024 को एक आवेदन दायर किया गया था, जिसमें महिला फ़्रीस्टाइल 50 किग्रा प्रतियोगिता के स्वर्ण पदक मैच से पहले उनके दूसरे वेट-इन में असफल होने के कारण यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) द्वारा उन्हें बदलने के निर्णय के संबंध में आवेदन किया गया था।”
क्यूबा की लोपेज को हराकर फाइनल में किया था प्रवेश
भारतीय पहलवान फोगाट ने पेरिस ओलंपिक में महिलाओं की फ्रीस्टाइल 50 किग्रा स्पर्धा में क्यूबा की लोपेज को हराकर फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था।
विनेश ने 8 अगस्त को रेसलिंग से की संन्यास की घोषणा
बता दें कि विनेश फोगाट ने 8 अगस्त रेसलिंग से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया था। उन्होंने यह जानकारी सोशल मीडिया पर पोस्ट करके दी थी। विनेश फोगाट ने कहा कि मां कुश्ती मेरे से जीत गई। मैं हार गई माफ करना आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुकी है। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024। उन्होंने माफी मांगते हुए कहा कि आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी।