Ayodhya Rape Case: अयोध्या में नाबालिग से रेप के मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ ने बड़ा एक्शन लिया है। योगी सरकार ने इस पूरे मामले में कलंदर थानाध्यक्ष रतन शर्मा और भदरसा चौकी इंचार्ज अखिलेश गुप्ता को सस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही दोनों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए हैं। इसके अलावा मुख्य आरोपी मोइद खान की संपत्तियों की भी जांच के आदेश दिए गए हैं, जिसके बाद राजस्व विभाग ने जमीन की पैमाईश शुरू कर दी है।
जानें पूरा मामला (Ayodhya Rape Case)
दरअसल, अयोध्या के पूरा कलंदर थाना क्षेत्र की एक मासूम के साथ पहले तो दुष्कर्म किया गया और फिर उसका वीडियो बनाया गया। जब दरिंदो का मन इससे भी नहीं भरा तो उन्होंने उस वीडियो को दिखाकर मासूम के साथ बार-बार रेप किया। मामले का खुलासा तब हुआ जब वो मासूम दो महीने की गर्भवती हो गई।
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आरोपी सपा का है नेता- सीएम योगी (Ayodhya Rape Case)
उस मासूम के साथ हुई इस घिनौनी वारदात की गूंज यूपी के विधानसभा में भी गूंजी। इस मामले को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी को घेरा है, क्योंकि आरोपियों में से एक समाजवादी पार्टी का नेता है। सीएम योगी का कहना है कि दुष्कर्म का आरोपी समाजवादी पार्टी का है, जिसने पिछड़ी जाति की एक बच्ची के साथ कुकृत्य किया है। लेकिन सपा ने अब तक कोई एक्शन नहीं लिया।
सपा ने नहीं लिया आरोपी के खिलाफ कोई एक्शन (Ayodhya Rape Case)
सीएम योगी ने कहा कि अयोध्या में एक 12 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना हुई। सपा नेता मोईन खान इस घिनौनी वारदात में शामिल पाया गया, जो अयोध्या के सांसद के साथ रहता है। उन्हीं के साथ उठता है, खाता है। उनकी ही टीम का सदस्य है, लेकिन सपा ने अब तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। सीएम ने कहा कि बच्ची अति पिछड़ी जाति से है। लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया।