राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने तीसरी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार के गठन के बाद अपना पहला अभिभाषण दिया। इस दौरान उन्होंने सरकार की प्राथमिकताओं के बारे में बताया। ऐसे में यूपी की राजनीति गरमा गई। अखिलेश यादव से लेकर मायावती ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि देश में सब ठीक है तो इतनी बेरोजगारी क्यों?
अखिलेश का बीजेपी पर निशाना
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा ने उन लोगों के लिए क्या किया, जिन्हें आपातकाल के दौरान जेल में डाला गया था? जबकि सपा ने उन्हें सम्मान और पेंशन दी है। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा सवाल यह है कि भारत को विश्व की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था सत्तारूढ़ दल ने बताया, लेकिन क्या इसने देश के किसानों को समृद्धि बनाया? अगर भारत दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है , तो इतने सारे युवा बेरोजगार क्यों हैं? देश में अग्निवीर योजना क्यों है? महंगाई चरम सीमा पर क्यों है?
मायावती का बीजेपी पर निशाना
बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट करते हुए लिखा कि आज राष्ट्रपति जी ने अपने अभिभाषण में संसद के संयुक्त सत्र को सम्बोधित करते हुए जो केन्द्र सरकार की पिछले 10 वर्षों की उपलब्धियां गिनाई है तो वो जमीनी हकीकत में बहुत कम और हवा-हवाई ज्यादा है।
मायावती आगे लिखती हैं कि- साथ ही केंद्र सरकार देश में आयदिन बढ़ रही गरीबी, बेरोजगारी व मंहगाई तथा कमजोर वर्गों की समस्याओं को भी लेकर कतई गम्भीर नहीं है। इनके आगे के 5 वर्षों के रोडमैप में भी कोई खास दम नहीं है। जबकि बेहतर होगा कि राष्ट्रपति जी के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर सांसदो को केवल आरोप व प्रत्यारोप लगाने की वजाय बल्किी जनहित के जरूरी मामलो में सरकार का ध्यान जरूर आकर्षित कराना चाहिए।