Aatishi Marlena: आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी ने शुक्रवार को इलेक्शन कमीशन पर पलटवार किया है। उनकी ये प्रतिक्रिया चुनाव आयोग द्वारा उनको कारण बताओ नोटिस भेजे जाने के बाद आई है। आतिशी ने कुछ ही दिन पहले भाजपा पर आरोप लगाए थे। आतिशी का कहना था कि भगवा पार्टी ने उनको कहा कि वे भाजपा में शामिल हो जाएं, वर्ना ईडी की कार्रवाई के लिए तैयार रहें। इस पर भाजपा ने आयोग के समक्ष शिकायत की थी जिस पर आतिशी को कारण बताओ नोटिस भेजा गया है।
ECI पर लगाया भाजपा के पक्ष में झुकने का आरोप
आतिशी ने एक छोटी सी प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा, चार अप्रैल को मेरी प्रेस कॉन्फ्रेंस के खिलाफ भाजपा ने शिकायत दर्ज कराई थी। 5 अप्रैल को 11 बजकर 15 मिनट पर न्यूज चैनल में ये छा गया कि आतिशी को नोटिस भेजा गया है। लेकिन इस खबर के आधे घंटे के बाद मुझे मेल पर नोटिस मिल गया। यानी बीजेपी ने पहले चुनाव आयोग के नोटिस को मीडिया को दिखाया और उसके बाद मुझे नोटिस मिला। मेरा सवाल ये है कि क्या चुनाव आयोग भाजपा की सब्सिडरी बनकर रह गया है?
आतिशी ने ये भी सवाल किया कि चुनाव आयोग ने केंद्रीय एजेंसियों को नोटिस क्यों नहीं भेजा? उनका इशारा ईडी और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की ओर था जिन्होंने अरविंद केजरीवाल को हिरासत में लिया और कांग्रेस के बैंक खातों को सीज किया। ये सब लोकसभा चुनाव में इन पार्टियों पर असर डाल सकता है।
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अयोग से अपील की
उन्होंने चुनाव आयोग से अपील की वो भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के आगे ना झुके और निष्पक्ष रहे। जबकि चुनाव आयोग का कहना है कि आतिशी ने जो बातें की हैं उसका असर पब्लिक पर पड़ सकता हैं क्योंकि वे दिल्ली सरकार में एक मंत्री हैं, एक पार्टी की नेता हैं।
ऐसे में आयोग ने आतिशी से वे तथ्य मांगे हैं जिनके आधार पर उन्होंने भाजपा पर ये आरोप लगाया है। चुनाव आयोग का कहना है कि उम्मीद की जाती है कि आतिशी के पास उनकी बात को सही ठहराने के लिए पर्याप्त सबूत होंगे।