मोदी सरकार की विदेश नीति की बड़ी जीत देखने को मिल रही है। भारत ने अंग्रेजों अपना 100 टन सोना वापस ले लिया है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) इंग्लैंड से 100 टन सोना वापस भारत ले आया है। वापस लाए गए सोने को भारत में संग्रहीत करके रखा जाएगा। बताया जा रहा है कि यह भारत में और अधिक सोना वापस लाने की पहल का हिस्सा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, वर्तमान में RBI के पास कुल 822 टन सोना है। इनमें से 200.3 टन सोने को भारत में ही रखा गया है। बाकी 413.8 टन सोना विदेशों में है। तो वहीं, देश में जारी नोटों के लिए 308 टन सोना रखा गया है।
विदेशों में रखे गए भारतीय सोने के बढ़ते भंडार को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। RBI इस पहल को जारी रखने की सोच रहा है। संभावना है कि भविष्य में और 100 टन सोना भारत वापस लाया जा सकता है। भारत के अलावा और भी कई देश है जो अपना सोना इंग्लैड में संग्रहीत करके रखते है। लेकिन, भारत ने यह निर्णय लिया है कि वो अपना सोना वापस लाएगा। भारत लगातार नया सोना खरीद रहा है। RBI ने 2022-23 वित्तीय वर्ष में 34.3 टन और 2023-24 में 27.7 टन सोना खरीदा है।
सोने की वापसी के लिए कई विशेष व्यवस्थाएं की गई है। सोना वापस लाने के लिए विमान और केंद्र सरकार द्वारा सीमा शुल्क में छूट भी दी गई थी। वापस लाए गए सोने पर RBI को GST भरना होगा।
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इस खबर पर अर्थशास्त्री संजीव सान्याल ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सोने को देश में वापस लाना भारत के लिए एक बड़ा परिवर्तन है। एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए उन्होंने लिखा, ”जब कोई नहीं देख रहा था, तब RBI इंग्लैड से 100 टन सोना भारत ले आया। 1991 में संकट के समय हमें रातों-रात सोना बाहर भेजना पड़ा था। पर अब स्थिति बदल चुकी है। मेरी पीढ़ी के लोगों के लिए 1990-91 में सोने की शिपिंग, एक विफलता का क्षण था । हम कभी नहीं भूलेंगे। इसलिए सोने की वापसी का हमारे लिए एक महत्वपूर्ण अर्थ है।”