वाराणसी आज ‘देव दीपावली’ के भव्य उत्सव के लिए तैयार हो रहा है। शहर को शानदार रोशनी और सजावट से सजाया गया है। देव दीपावली को “देवताओं की दिवाली” के रूप में जाना जाता है। यह हिंदू कार्तिक माह की पूर्णिमा को दिवाली के पंद्रह दिन बाद आती है।
रविदास घाट से राजघाट तक गंगा नदी के किनारे के घाटों को गंगा नदी और उसकी अधिष्ठात्री देवी के सम्मान में दस लाख से अधिक मिट्टी के दीयों से रोशन किया जाएगा। शहर की सड़कें, चौराहे और प्रमुख स्थान रोशनी से चकाचौंध दिखाई देंगे। देव दिवाली के उत्सव में लेजर और संगीत शो का आयोजन किया जाएगा। साथ ही हरे हवाई पटाखों का प्रदर्शन भी शामिल है।
मुख्यमंत्री कार्यालय की एक आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक काशी के अर्धचंद्राकार गंगा घाटों पर दीपों की माला सजाई जाएगी। विज्ञप्ति में कहा गया है पर्यटक चांदनी आकाश के नीचे पटाखों, लेजर और संगीत के शो का आनंद ले सकेंगे। हरे रंग की आतिशबाजी का एक शो भी आकाश को कवर करेगा जबकि पृष्ठभूमि में शिव की धुनें और भजन बजेंगे।
श्री काशी विश्वनाथ धाम के गंगा द्वार के सामने रेत पर ग्रीन एरियल पटाखा शो का आयोजन किया जाएगा। विज्ञप्ति में कहा गया है कि देव दिवाली को दिव्य और भव्य बनाने के लिए योगी सरकार घाटों को 12 लाख दीयों से रोशन करने के साथ-साथ लेजर और क्रैकर शो का भी आयोजन कर रही है। उत्सव में लगभग 13 मिनट तक चलने वाला एक हरित हवाई पटाखा शो भी शामिल होगा जो वाराणसी में देव दिवाली की दिव्यता और भव्यता को बढ़ाएगा। इस वर्ष 7 से 8 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने योगी आदित्यनाथ सरकार के साथ मिलकर देव दिवाली को लोकल से ग्लोबल बना दिया है। इस साल देव दिवाली पर 7 से 8 लाख श्रद्धालुओं के काशी पहुंचने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि इसे देखते हुए प्रशासन सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्तिक पूर्णिमा और देव दीपावली के अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं दीं। पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा “श्रद्धा, भक्ति और दैवीय पूजा की भारतीय परंपरा से आलोकित कार्तिक पूर्णिमा और देव दिवाली के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं। मैं कामना करता हूं कि यह शुभ अवसर देश भर में मेरे परिवार के सदस्यों के जीवन में नई रोशनी और उत्साह लाए।”