प्रवर्तन निदेशालय ने नगर पालिका नौकरियों घोटाले के सिलसिले में कोलकाता में पश्चिम बंगाल के मंत्री और टीएमसी नेता सुजीत बोस के परिसरों पर छापा मारा। जिन स्थानों पर छापेमारी चल रही है, वहां कड़ी सुरक्षा तैनात की गई है।
नगर पालिका भर्तियों में कथित अनियमितताएं तब सामने आईं जब ईडी ने स्कूल नौकरियों घोटाले के सिलसिले में 19 मार्च को कोलकाता स्थित बिल्डर अयान शील को गिरफ्तार किया।
ईडी ने दावा किया कि तलाशी के दौरान अयान के साल्ट लेक कार्यालय में कई नगर पालिकाओं में विभिन्न पदों के लिए उम्मीदवारों की ओएमआर पुस्तिकाएं मिलीं। इससे पहले पिछले साल अगस्त में सीबीआई ने 2014 और 2016 के बीच नगरपालिका नियुक्तियों में कथित अनियमितताओं की चल रही जांच में पूछताछ के लिए बोस को बुलाया था।
कोलकाता उच्च न्यायालय ने सीबीआई जांच के लिए कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश पर नगरपालिका भर्तियों में कथित घोटाले में रोक लगाने की राज्य सरकार की याचिका खारिज कर दी थी।
एजेंसियों (सीबीआई और ईडी) ने कलकत्ता उच्च न्यायालय को सूचित किया था कि नगर निकाय भर्ती घोटाले और पश्चिम बंगाल स्कूल शिक्षा विभाग में नौकरी के लिए रिश्वत घोटाले के बीच संबंध थे, जिसमें पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार किया गया है।
बोस 2010 से 2021 तक दक्षिण दम दम नगर पालिका के उपाध्यक्ष थे, जब लगभग 250 लोगों की भर्ती की गई थी। वह इस मामले में तलब किये जाने वाले पहले कैबिनेट मंत्री हैं।