World Malaria Day: आज पूरे विश्व भर में Malaria Day मनाया जाता है। इस बीमारी से दुनिया भर में लाखों लोग प्रभावित होते है। मलेरिया को लेकर विश्व भर में अलग-अलग व्यापक कैंपेन और जागरूक अभियान चलाए गए हैं। पिछले कुछ सालों की बात करें तो मलेरिया के मामले में बहुत अधिक सुधार लाया गया है। भारत में मलेरिया के पिछले 2 साल के मलेरिया के केसो की बात करें तो साल 2021 में 13 फीसदी तो वहीं 2022 में 45 फीसदी की गिरावट पाई गई है।
मलेरिया एक ऐसी बीमारी है जोकि मच्छरों को काटने से होती है। अगर समय रहते इसका उचित इलाज नहीं किया जाए तो जानलेवा भी बन जाती है।
मलेरिया के सबसे आम लक्षण हैं- मलेरिया में सबसे पहले ठंड की वजह से बुखार आता है और पसीना आना, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, थकान, उल्टी, दस्त, खांसी उसके बाद धीरे-धीरे ये लक्षण दिखाई देने लगते हैं।
मलेरिया से बचाव के उपाय:
सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करना चाहिए। मच्छरदानी अच्छी स्थिति में हो और उसमें कोई छेद नहीं होना चाहिए। लंबी बाजू की शर्ट और पैंट पहनकर अपने शरीर की सुरक्षा करें। मच्छरों को दूर रखने के लिए DEET, MORTIEN जैसे कीट प्रतिरोधी का प्रयोग करना चाहिए। घर के आसपास पानी जमा न होने दें, क्योंकि यही वह जगह है जहाँ मच्छर पैदा होते हैं।
मलेरिया से बचाव के लिए कुछ घरेलू उपाय
1. नीम:
नीम की पत्तियों का काढ़ा बनाकर पीने से मलेरिया के परजीवी प्लास्मोडियम को खत्म करने में मदद मिल सकती है।
2. तुलसी:
तुलसी के पत्तों का काढ़ा बनाकर पीने से बुखार और मलेरिया के अन्य लक्षणों से राहत मिल सकती है।
3. गिलोय:
गिलोय को मलेरिया के लिए एक प्राकृतिक ज्वरनाशक माना जाता है। आप गिलोय के तने का काढ़ा बनाकर पी सकते हैं या फिर इसे पाउडर रूप में भी ले सकते हैं।
4. हल्दी:
हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं जो मलेरिया के खिलाफ लड़ने में मदद कर सकते हैं। आप हल्दी को दूध में मिलाकर पी सकते हैं।
5. अदरक:
अदरक में एंटी-एमेबिक गुण होते हैं जो मलेरिया के कारण होने वाले पेट दर्द और दस्त से राहत दिला सकते हैं।